education
Saturday, 15 August 2015
विटामिन
कुछ आवश्यक विटामिन
विटामिन | क्षेष्ठ स्रोत | भूमिका | आर. डी. ए. |
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विटामिन ए | दूध, मक्खन, गहरे हरे रंग की सब्जियां। शरीर पीले और हरे रंग के फल व सब्जियों में मौजूद पिग्मैंट कैरोटीन को भी विटामिन ‘ए’ में बदल देता है। | यह आंख के रेटिना, सरीखी शरीर की झिल्लियों, फ़ेफ़डों के अस्तर और पाचक-तंत्र प्रणाली के लिए आवश्यक है। | 1 मि, ग्राम. |
थायामिन बी | साबुत अनाज, आटा और दालें, मेवा, मटर फ़लियां | यह कार्बोहाइड्रेट के ज्वलन को सुनिशचित करता है।यह कार्बोहाइड्रेट के ज्वलन को सुनिशचित करता है। | 1.0-1.4 मि. ग्राम1.0-1.4 मि. ग्राम |
राइबोफ़्लैविन बी | दूध, पनीर | यह ऊर्जा रिलीज और रख–रखाव के लिए सभी कोशिकाओं के लिए आवश्यक है। | 1.2- 1.7 |
नियासीन | साबुत अनाज, आटा और एनरिच्ड अन्न | यह ऊर्जा रिलीज और रख रखाव, के लिए सभी कोशिकाओं के लिए आवश्कता होती है। | 13-19 मि. ग्रा |
पिरीडांक्सिन बी | साबुत अनाज, दूध | रक्त कोशिकाओं और तंत्रिकाओं को समुचित रुप से काम करने के लिए इसकी जरुरत होती है। | लगभग 2 मि. ग्रा |
पेण्टोथेनिक अम्ल | गिरीदार फ़ल और साबुत अनाज | ऊर्जा पैदा करने के लिए सभी कोशिकाओं को इसकी जरुरत पडती है। | 4-7 मि. ग्रा |
बायोटीन | गिरीदार फ़ल और ताजा सब्जियां | त्वचा और परिसंचरण-तंत्र के लिए आवश्यक है। | 100-200 मि. ग्रा |
विटामिन बी | दूग्धशाला उत्पाद | लाल रक्त कोशिकाओं, अस्थि मज्जा-उत्पादन के साथ-साथ तंत्रिका-तंत्र के लिए आवश्यक है। | 3 मि.ग्रा |
फ़ोलिक अम्ल | ताजी सब्जियां | लाल कोशिकाओं के उत्पादन के लिए आवश्यक है। | 400 मि. ग्रा |
विटामिन ‘सी’ | सभी रसदार फ़ल. टमाटर कच्ची बंदगोभी, आलू, स्ट्रॉबेरी | हडिडयों, दांत, और ऊतकों के रख-रखाव के लिए आवश्यक है। | 60 मि, ग्रा |
विटामिन ‘डी’ | दुग्धशाला उत्पाद। बदन में धूप सेकने से कुछ एक विटामिन त्वचा में भी पैदा हो सकते है। | रक्त में कैल्सियम का स्तर बनाए रखने और हडिडयों के संवर्द्ध के लिए आवश्यक है। | 5-10 मि. ग्रा |
विटामिन ‘ई’ | वनस्पति तेल और अनेक दूसरे खाघ पदार्थ | वसीय तत्त्वों से निपटने वाले ऊतकों तथा कोशिका झिल्ली की रचना के लिए जरुरी है। | 8-10 मि. ग्रा |
slogans / नारे
संख्या
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किसने क्या कहा
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नाम
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1. | इंक़लाब जिंदाबाद | भगत सिंह |
2. | आराम हराम है | जवाहरलाल नेहरू |
3. | वेदो की ओर लोटो | दयानंद सरस्वती |
4. | पूर्ण स्वराज्य | जवाहरलाल नेहरू |
5. | जय हिंद | सुभाष चन्द्र बॉस |
6. | करो या मरो | महात्मा गाँधी |
7. | दिल्ली चलो | सुभाष चन्द्र बॉस |
8. | मारो फिरंगी को | मंगल पांडे |
9. | कर मत दो | सरदार वल्लभ भाई पटेल |
10. | जय जगत | विनोबा भावे |
11. | साम्राज्यवाद का नाश हो | भगत सिंह |
12. | जय जवान जय किसान | लालबहादुर शास्त्री |
13. | भारत छोड़ो | महात्मा गाँधी |
14. | हे राम | महात्मा गाँधी |
15. | संपूर्ण क्रांति | जयप्रकाश नारायण |
16. | साइमन कमीशन वापस लाओ | लाललाज पत राय |
17. | तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूँगा | सुभाषचन्द्र बॉस |
18. | "सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्तान हमारा" | इकबाल |
19. | सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल मे हे | रामप्रसाद बिस्मिल |
20. | स्वराज्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है | बालगंगाधर तिलक |
21. | वन्दे मातरम् | बन्किमचन्द्र चटर्जी |
22. | विजय विश्व तिरंगा प्यारा | श्यामलाल गुप्ता पार्षद |
23. | जन-गण-मन अधिनायक जय हे | रवींद्रनाथ ठाकुर |
Wednesday, 12 August 2015
Tense (Present tense)
Tense
There are three types of tense-a)Present tense
b)Past tense
c)Future tense
a)Present tense categories-
I) Present Indefinite (simple)
II) Present Continuos
III) Present Perfect
IV) Present Perfect Continuos
I) Present Indefinite (simple) Tense -
पहचान - ता है / ती है /ते है
Sub.+v1+s/es+obj.
EX. -
He helps me.
I/we/you/they/plural - v1
He/she/it/name/singular - v1+s/es
Sentenses
मैं उसे जानता हूं - I know him
वह झूठ बोलता है - He tells a lie
मेरे चाचा इंदौर में रहते हैं - My uncle lives in Indore
Negative & interrogative of Present simple tense
I/we/you/they/plural - do not
He/she/it/name/singular - does not
Sub.+do not/does not+v1+obj.
Sentenses
क्या तुम जानते हो ? - Do you know?
वह परवाह नहीं करता - He does not care
वह जल्दी नहीं उठता हैं - He does not get up early
II) Present Continuos (progressive) tense
पहचान - रहा है / रही है / रहे है
Sub.+is/am/are+v1+ing+obj.
Sentenses
मैं तुमसे पूछ रहा हूं - I'm asking you
क्या तुम्हे देर हो रही है? - Are you getting late?
मुझे ठीक-ठीक लग रहा है - I'm feeling so-so
III)Present Perfect Tense
पहचान कोई काम कर चुका था / कर लिया था
Sub.+had+v3+obj.
Sentenses
मैं उसे बता चुका था - I had to tell him
वह दिल्ली पहुँच चुका था - He had reached Delhi
वे मैच जीत चुके थे - They had won the match
IV) Present Perfect Continuos (progressive) tense
पहचान से........... रहा था
Sub.+has/have+been+ving+obj+since/for+time
Sentenses
For - period of time - (सेकंड ,मिनिट,घंटे,दिन,सप्ताह,महीना,साल )
Since - point of time (दिन का नाम,महीने का नाम,सन,बजे,सुबह,दोपहर,शाम,रात )
वह सुबह से सो रही थी - She has been sleeping since morning
Important Question
* सबसे हल्की धातु है - लिथियम
* सबसे भारी धातु है - ओसमियम
* सबसे कठोर धातु है - प्लेटिनम
* सबसे कठोर पदार्थ है - हीरा
* सबसे उत्तम कोयला है -एन्थ्रासाइट
* जल का शुद्ध रूप है - वर्षा का जल
* मार्श गैस कहलाता है - मीथेन
* नोबेल गैस कहलाता है - हीलियम
* विधुत धारा मापी जाती है - आमीटर से
* पारा का प्रमुख अयस्क है - सिनेबार
प्रश्न-01 शारदा एक्ट , जो हरविलाश शारदा द्वारा प्रस्तावित किया , किससे सम्बन्धित है ?
उत्तर- बल विवाह रोक से
प्रश्न- 02 प्रेशर कुकर में खाना जल्दी क्यों पकता है ?
उत्तर- दाब अधिक होने से पानी अधिक ताप पर उबलता है
प्रश्न- 03 गर्मियो में सफ़ेद कपडे पहनना अधिक आरामदायक क्यों रहता है ?
उत्तर- आपतित सारी ऊष्मा को परावर्तित करने के कारण
प्रश्न- 04 विश्व में कोनसा तत्व सर्वाधिक पाया जाता है ?
उतर नाइट्रोजन
प्रश्न- 05 मूत्रालयों के पास नाक को चुभने वाली गंध का क्या कारण होता है ?
उत्तर- अमोनिया सम्बंधित है ?
प्रश्न-07 विक्टोरिया जल प्रपात किस नदी पर है ?
उत्त्तर जेम्बेजी
प्रश्न- 08 वी शताव्दी में भारत में प्रारंभ हुआ प्रथम सुधारबादी आन्दोलन कोनसा था ?
उत्तर- ब्रह्म समाज (कलकत्ता )
प्रश्न- 09 भारत के प्रथम गृह मन्त्री कौन थे?
उत्तर- सरदार पटेल
प्रश्न- 10 भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्रथम महिला अध्यक्ष कौन थीं?
उत्तर- एन्नी बेसेंट
प्रश्न- 11 सौरमण्डल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?
उत्तर- वृहस्पति
प्रश्न- 12 भारत का कौन राज्य है जिसकी सीमा भारत के सिर्फ एक ही राज्य को छूती है?
उत्तर- सिक्किम
प्रश्न- 13 अंडमान और निकोबार द्वीप समुदाय की राजधानी का क्या नाम है?
उत्तर- पोर्ट ब्लेयर
भारतीय रेलवे ज़ोन
क्र.सं. | क्षेत्र | मुख्यालय |
1 | मध्य रेलवे | मुंबई वी.टी |
2 | पूर्वी रेलवे | कोलकाता |
3 | उत्तर रेलवे | नई दिल्ली |
4 | पूर्वोत्तर रेलवे | गोरखपुर |
5 | पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे | मालीगाव,गुवाहाटी |
6 | दक्षिण रेलवे | चेन्नई |
7 | दक्षिण मध्य रेलवे | सिकंदराबाद |
8 | दक्षिण पूर्वी रेलवे | कोलकाता |
9 | पश्चिमी रेलवे | मुंबई चर्चगेट |
10 | पूर्वी मध्य रेलवे | हाजीपुर |
11 | उत्तर पश्चिमी रेलवे | जयपुर |
12 | पूर्वी तटीय रेलवे | भुवनेश्वर |
13 | उत्तर मध्य रेलवे | ईलाहाबाद |
14 | दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे | बिलासपुर |
15 | दक्षिण पश्चिमी रेलवे | हुगली |
16 | पश्चिमी मध्य रेलवे | जबलपुर |
भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध
भारतीय इतिहास के प्रमुख युद्ध
ई.पू.
326 हाईडेस्पीज का युद्ध : सिकंदर और पंजाब के राजा पोरस के बीच जिसमे
सिकंदर की विजय हुई |
261 कलिंग की लड़ाई : सम्राट अशोक ने कलिंग पर आक्रमण किया था और युद्ध के रक्तपात से विचलित होकर उन्होंने युद्ध न करने की कसम खाई |
ईस्वी
712– सिंध की लड़ाई में मोहम्मद कासिम ने अरबों की सत्ता स्थापित की |
1191– तराईन का प्रथम युद्ध – मोहम्मद गौरी और पृथ्वी राज चौहान के बीच हुआ था | चौहान की विजय हुई |
1192 -तराईन का द्वितीय युद्ध – मोहम्मद गौरी और पृथ्वी राज चौहान के बीच| इसमें मोहम्मद गौरी की विजय हुई |
1194-चंदावर का युद्ध – इसमें मुहम्मद गौरी ने कन्नौज के राजा जयचंद को हराया |
1526 -पानीपत का प्रथम युद्ध -मुग़ल शासक बाबर और इब्राहीम लोधी के बीच |
1527 -खानवा का युद्ध – इसमें बाबर ने राणा सांगा को पराजित किया |
1529-घाघरा का युद्ध -इसमें बाबर ने महमूद लोदी के नेतृत्व में अफगानों को हराया |
1539– चौसा का युद्ध – इसमें शेरशाह सूरी ने हुमायु को हराया |
1540 – कन्नौज (बिलग्राम का युद्ध) : इसमें फिर से शेरशाह सूरी ने हुमायूँ को हराया व भारत छोड़ने पर मजबूर किया |
1556– पानीपत का द्वितीय युद्ध :अकबर और हेमू के बीच |
1565 – तालीकोटा का युद्ध : इस युद्ध से विजयनगर साम्राज्य का अंत हो गया क्यूंकि बीजापुर, बीदर,अहमदनगर व गोलकुंडा की संगठित सेना ने लड़ी थी |
1576 – हल्दी घाटी का युद्ध : अकबर और राणा प्रताप के बीच, इसमें राणा प्रताप की हार हुई |
1757– प्लासी का युद्ध : अंग्रेजो और सिराजुद्दौला के बीच, जिसमे अंग्रेजो की विजय हुई और भारत में अंग्रेजी शासन की नीव पड़ी |
1760 – वांडीवाश का युद्ध : अंग्रेजो और फ्रांसीसियो के बीच, जिसमे फ्रांसीसियो की हार हुई |
1761 -पानीपत का तृतीय युद्ध :अहमदशाह अब्दाली और मराठो के बीच | जिसमे फ्रांसीसियों की हार हुई |
1764 -बक्सर का युद्ध : अंग्रेजो और शुजाउद्दौला, मीर कासिम एवं शाह आलम द्वितीय की संयुक्त सेना के बीच | अंग्रेजो की विजय हुई | अंग्रेजो को भारत वर्ष में सर्वोच्च शक्ति माना जाने लगा |
1767-69– प्रथम मैसूर युद्ध : हैदर अली और अंग्रेजो के बीच, जिसमे अंग्रेजो की हार हुई |
1780-84 – द्वितीय मैसूर युद्ध : हैदर अली और अंग्रेजो के बीच, जो अनिर्णित छूटा |
1790 – तृतीय आंग्ल मैसूर युद्ध : टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच लड़ाई संधि के द्वारा समाप्त हुई |
1799– चतुर्थ आंग्ल मैसूर युद्ध : टीपू सुल्तान और अंग्रेजो के बीच , टीपू की हार हुई और मैसूर शक्ति का पतन हुआ |
1849 – चिलियान वाला युद्ध : ईस्ट इंडिया कंपनी और सिखों के बीच हुआ था जिसमे सिखों की हार हुई |
1962 – भारत चीन सीमा युद्ध : चीनी सेना द्वारा भारत के सीमा क्षेत्रो पर आक्रमण | कुछ दिन तक युद्ध होने के बाद एकपक्षीय युद्ध विराम की घोषणा | भारत को अपनी सीमा के कुछ हिस्सों को छोड़ना पड़ा |
1965 – भारत पाक युद्ध : भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जिसमे पाकिस्तान की हार हुई | फलस्वरूप बांग्लादेश एक स्वतन्त्र देश बना |
1999 -कारगिल युद्ध : जम्मू एवं कश्मीर के द्रास और कारगिल क्षेत्रो में पाकिस्तानी घुसपैठियों को लेकर हुए युद्ध में पुनः पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा और भारतीयों को जीत मिली |
1. प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत कब हुई ?
Ans- 28 जुलाई 1914 ई.
2. प्रथम विश्वयुद्ध कितने वर्षों तक चला ?
Ans- 4 वर्ष
3. कितने देशों ने प्रथम विश्वयुद्ध में भाग लिया ?
Ans- 37
4. प्रथम विश्वयुद्ध का तात्कालिक कारण क्या था ?
Ans- ऑस्ट्रिया के राजकुमार फर्डिनेंड की हत्या
5. ऑस्ट्रिया के राजकुमार की हत्या कहां हुई ?
Ans- बोस्निया की राजधानी सेराजेवो में ।
6. किन दो खेमों में प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान दुनिया बंट गई ?
Ans- मित्र राष्ट्र और धुरी राष्ट्र
7. धुरी राष्ट्रों का नेतृत्व किसने किया ?
Ans- जर्मनी । इसके अलावे ऑस्ट्रिया, हंगरी और इटली आदि देशों ने भी नेतृत्व किया ।
8. मित्र राष्ट्रों में कौन से देश शामिल थे ?
Ans- इंगलैंड, जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस तथा फ्रांस
9. गुप्त संधियों की प्रणाली का जनक कौन था ?
Ans- बिस्मार्क
10. ऑस्ट्रिया, जर्मनी एवं इटली के बीच त्रिगुट का निर्माण कब हुआ ?
Ans- 1882 ई. 11. सर्बिया की गुप्त क्रांतिकारी संस्था कौन- सी थी ?
12. रूस-जापान के बीच युद्ध कब तक चला ?
Ans- 1904-1905 ई.
13. रूस-जापान युद्ध का अंत किसकी मध्यस्थता से हुआ ?
Ans- अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट
14. मोरक्को संकट कब सामने आया ?
Ans- 1906 ई.
15. प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी ने रूस पर आक्रमण कब किया ?
Ans- 1 अगस्त 1914 ई.
16. जर्मनी ने फ्रांस पर हमला कब किया ?
Ans- 3 अगस्त 1914 ई.
17. इंगलैंड प्रथम विश्वयुद्ध में कब शामिल हुआ ?
Ans- 8 अगस्त 1914 ई.
18. प्रथम विश्वयुद्ध के समय अमेरिका के राष्ट्रपति कौन थे ?
Ans- वुडरो विल्सन
19. किस घटना के बाद अमेरिका प्रथम विश्वयुद्ध में शामिल हुआ ?
Ans- जर्मनी के यू बोट द्वारा इंगलैंड लूसीतानिया नामक जहाज को डुबोने के बाद अमेरिका प्रथम विश्वयुद्ध में शामिल हुआ । क्योंकि लूसीतानिया जहाज पर मरने वाले 1153 लोगों में 128 व्यक्ति अमेरिकी थे ।
20. इटली मित्र राष्ट्र की तरफ से प्रथम विश्वयुद्ध में कब शामिल हुआ ?
Ans-26 अप्रैल 1915 ई.
21. प्रथम विश्वयुद्ध कब खत्म हुआ ?
Ans- 11 नवंबर 1918 ई.
22. पेरिस शांति सम्मेलन कब हुआ ?
Ans- 18 जून 1919 ई.
23. पेरिस शांति सम्मेलन में कितने देशों ने भाग लिया ?
Ans- 27 देश
24. वरसाय की संधि कब और किसके बीच हुई ?
Ans- जर्मनी और मित्र राष्ट्रों के बीच (28 जून 1919 ई. में) ।
25. युद्ध के हर्जाने के रूप मे जर्मनी से कितनी राशि की मांग की गई थी ?
Ans- 6 अरब 50 करोड़
Sunday, 9 August 2015
लोक सभा
लोक सभा के सदस्यों का चुनाव जनता द्वारा सीधे वोट डालकर किया जाता है। 18 साल और उससे अधिक आयु का हर एक भारतीय नागरिक मतदान करने का हकदार होगा। लोक सभा के अधिकतम 530 सदस्य राज्यों से चुनाव क्षेत्रों की प्रत्यक्ष रीति से चुने जाएंगे। अधिकतम 20 सदस्य संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करेंगे। इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति आंग्ल-भारतीय समुदाय का प्रतिनिधित्व करने के लिए दो से अनधिक सदस्य मनोनीत कर सकता है। इस प्रकार सदन की अधिकतम सदस्य संख्या 552 हो, ऐसी संविधान में परिकल्पना की गई है। लोक सभा में अनुसूचित जातियों तथा अनुसूचित जनजातियों के लिए जनसंख्या-अनुपात के आधार पर स्थान आरक्षित है। आरंभ में यह आरक्षण दस वर्ष के लिए था। नवीनतम संशोधन के अंतर्गत अब यह पचास वर्ष के लिए अर्थात सन २००० तक के लिए है। भारत में सदन की कार्यावधि पाँच वर्षों की है। पाँच वर्षों की अवधि समाप्त हो जाने पर सदन खुद भंग हो जाता है। कुछ परिस्थतियों में संसद को पूर्ण कार्यावधि समाप्त होने से पहले ही भंग किया जा सकता है। आपातकाल की स्थति में संसद लोक सभा की कार्यावधि बढ़ा सकती है। यह एक बार में एक वर्ष से अधिक नहीं हो सकती।
संसद के दोनों सदनों को, कुछ मामलों को छोड़कर सभी क्षेत्रों में समान शक्तियां एवं दर्जा प्राप्त है। कोई भी गैर-वित्तीय विधेयक अधिनियम बनने से पहले दोनों में से प्रत्येक सदन द्वारा पास किया जाना आवश्यक है। राष्ट्रपति पर महाभियोग चलाने, उपराष्ट्रपति को हटाने, संविधान में संशोधन करने और उच्चतम न्यायालय एवं उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों को हटाने जैसे महत्वपूर्ण मामलों में राज्यसभा को लोक सभा के समान शक्तियां प्राप्त है। राष्ट्रपति के अध्यादेशों, आपात की उदघोषणा और किसी राज्य में संवैधानिक व्यवस्था के विफल हो जाने की उदघोषणा और किसी राज्य में संवैधानिक व्यवस्था के विफल हो जाने की उदघोषणा को संसद के दोनों सदनों के समक्ष रखना अनिवार्य है। किसी धन विधेयक और संविधान संशोधन विधेयक को छोड़कर अन्य किसी भी विधेयक पर दोनों सदनों के बीच असहमति को दोनों सदनों द्वारा संयुक्त बैठक में दूर किया जाता है। इस बैठक में मामले बहुमत द्वारा तय किए जाते हैं। दोनों सदनों की ऐसी बैठक का पीठासीन अधिकारी लोकसभा का अध्यक्ष होता है।
लोकसभा की सदस्यता के लिए अनिवार्य योग्यता निम्न है -
1) वह व्यक्ति भारत का नागरिक हो |
2)उसकी आयु 25 वर्ष या उससे अधिक हो |
3)भारत सरकार अथवा किसी राजाइया सभा के अंतर्गत वह कोई लाभ के पद पर ना हो|
4)वह पागल तथा दीवालिया न हो |
लोक सभा की सीटें निम्नानुसार 29 राज्यों और 7 केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच विभाजित है: -
उपविभाजन | प्रकार | निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या |
अण्डमान और निकोबार द्वीपसमूह | केन्द्र शासित प्रदेश | 1 |
आन्ध्र प्रदेश | राज्य | 25 |
अरुणाचल प्रदेश | राज्य | 2 |
असम | राज्य | 14 |
बिहार | राज्य | 40 |
चंडीगढ़ | केन्द्र शासित प्रदेश | 1 |
छत्तीसगढ़ | राज्य | 11 |
दादरा और नगर हवेली | केन्द्र शासित प्रदेश | 1 |
दमन और दीव | केन्द्र शासित प्रदेश | 1 |
दिल्ली | केन्द्र शासित प्रदेश | 7 |
गोवा | राज्य | 2 |
गुजरात | राज्य | 26 |
हरियाणा | राज्य | 10 |
हिमाचल प्रदेश | राज्य | 4 |
जम्मू और कश्मीर | राज्य | 6 |
झारखंड | राज्य | 14 |
कर्नाटक | राज्य | 28 |
केरल | राज्य | 20 |
लक्षद्वीप | केन्द्र शासित प्रदेश | 1 |
मध्य प्रदेश | राज्य | 29 |
महाराष्ट्र | राज्य | 48 |
मणिपुर | राज्य | 2 |
मेघालय | राज्य | 2 |
मिज़ोरम | राज्य | 1 |
नागालैंड | राज्य | 1 |
उड़ीसा | राज्य | 21 |
पुदुच्चेरी | केन्द्र शासित प्रदेश | 1 |
पंजाब | राज्य | 13 |
राजस्थान | राज्य | 25 |
सिक्किम | राज्य | 1 |
तमिल नाडु | राज्य | 39 |
त्रिपुरा | राज्य | 2 |
उत्तराखंड | राज्य | 5 |
उत्तर प्रदेश | राज्य | 80 |
पश्चिम बंगाल | राज्य | 42 |
राज्य सभा का इतिहास
राज्यसभा भारतीय लोकतंत्र की ऊपरी प्रतिनिधि सभा है। लोकसभा निचली प्रतिनिधि सभा है। राज्यसभा में २५० सदस्य होते हैं। जिनमे १२ सदस्य भारत के राष्ट्रपति के द्वारा नामांकित होते हैं। अन्य सदस्यों का चुनाव होता है। राज्यसभा में सदस्य ६ साल के लिए चुने जाते हैं, जिनमे एक-तिहाई सदस्य हर २ साल में सेवा-निवृत होते हैं।भारत के उपराष्ट्रपति (वर्तमान में मोहम्मद हामिद अंसारी) राज्यसभा के सभापति होते हैं। राज्यसभा का पहला सत्र १३ मई १९५२ को हुआ था।
राज्यसभा राज्यों की परिषद है। यह अप्रत्यक्ष रीति से लोगों का प्रतिनिधित्व करती है। राज्यसभा के सदस्य का चुनाव राज्य विधान सभाओं के चुने हुए विधायक करते हैं। प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधियों की संख्या ज्यादातर उसकी जनसंख्या पर निर्भर करती है। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश के राज्यसभा में 34 सदस्य हैं। मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा आदि छोटे राज्यों के केवल एक एक सदस्य हैं। राज्यसभा में 250 तक सदस्य हो सकते हैं। इनमें राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत 12 सदस्य तथा 238 राज्यों और संघ-राज्य क्षेत्रों द्वारा चुने सदस्य होते हैं। इस समय राज्यसभा के 245 सदस्य हैं। राज्यसभा के प्रत्येक सदस्य की कार्यावधि छह वर्ष है। उपराष्ट्रपति, संसद के दोनों सदनों के सदस्यों द्वारा निर्वाचित किया जाता है। वह राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। उपसभापति पद के लिए राज्यसभा के सदस्यों द्वारा अपने में से किसी सदस्य को चुना जाता है।
● वर्तमान में राज्यसभा सदस्यों की संख्या कितनी है— 245
● राज्यसभा के लिए प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधियों का चुनाव कौन करता है— विधानसभा के निर्वाचित सदस्य
● राज्यसभा में राज्यों का प्रतिनिधित्व किस पर निर्भर करता है— राज्य की जनसंख्या पर
● राज्यसभा में किस राज्य के प्रतिनिधियों की संख्या सर्वाधिक है— उत्तर प्रदेश
● राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल कितना होता है— 6 वर्ष
● राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए— 30 वर्ष
● किस सदन को भंग नहीं किया जा सकता है— राज्यसभा
● लोकसभा व राज्यसभा में गणपूर्ति संख्या क्या है— कुल सदस्य संख्या का 1/10 भाग
● वह कौन-सा सदन है जिसका अध्यक्ष उस सदन का सदस्य नहीं होता है— राज्यसभा
● लोकसभा द्वारा पारित धन विधेयक राज्यसभा को प्राप्त होने के कितने दिन बाद तक लोकसभा को लौटाया जा सकता है— 14 दिन
● राज्यसभा एक स्थायी सदन है क्यों— क्योंकि यह कभी भंग नहीं होता और इसके एक तिहाई सदस्य प्रति दो वर्ष बाद सेवानिवृत्त हो जाते हैं
● राज्यस्भा के सदस्यों को नामित करने का अधिकार किसको है— राष्ट्रपति को
● राज्यसभा की प्रथम महिला सचिव कौन थी— वी. एस. रमादेवी
● राज्यसभा का पहली बार गठन कब हुआ— 3 अप्रैल, 1952 ई.
● राज्यसभा की प्रथम बैठक कब हुई— 13 मई, 1952 ई.
● भारत में किसकी स्वीकृति के बिना कोई भी सरकारी खर्चा नहीं किया जा सकता है— संसद
● राज्यसभा के सभापति की अनुपस्थिति में राज्यसभा का संचालन कौन करता है— उपसभापति
● राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों को अधिसूचना कौन जारी करता है— निर्वाचन आयोग
● केंद्रीय संसद राष्ट्रहित में राज्य सूची के विषयों पर कानून कब बना सकती है— राज्यसभा में उपस्थित सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत पर
● राज्यसभा की दो बैठकों के मध्य समायांतराल कितना होना चाहिए— अधिकतम 6 माह
● किन राज्यों का राज्यसभा में प्रतिनिधित्व नहीं हैं— अंडमान-निकोबार, चंडीगढ, दादरा-नगर हवेली, लक्षद्वीप एवं दमन-दीव
● राज्यसभा के प्रति उत्तरदायी कौन नहीं होता है— मंत्रीपरिषद
● भारत के कौन-से प्रधानमंत्री राज्यसभा के सदस्य रहे हैं— श्रीमति इंदिरा गाँधी व मनमोहन सिंह
राज्य सभा में प्रत्येक राज्य के सदस्य-
उत्तर:3 अप्रैल, 1952 को ।
2)राज्य सभा की पहली बैठक कब हुई ?
उत्तर:13 मई, 1952 को ।
3)काउंसिल ऑफ स्टेट्स का हिन्दी नाम 'राज्य सभा' कब पड़ा ?
उत्तर:23 अगस्त, 1954 को । राज्य सभा के सभापति ने सभा में एक घोषणा की कि काउंसिल ऑफ स्टेट्स को अब हिन्दी में 'राज्य सभा' कहा जाएगा।
4)राज्य सभा के पहले सभापति कौन थे?
उत्तर:डा. एस. राधाकृष्णन। वह अकेले ऐसे सभापति हुए जो दो कार्यकालों (13.5.1952-12.5.1962) तक पद पर रहे।
5)राज्य सभा के पहले उप-सभापति कौन थे?
उत्तर:श्री एस. वी. कृष्णमूर्ति राव (31.5.1952 - 2.4.1956 और 25.4.1956-1.3.1962)।
उत्तर:दो सौ पचास (250), जिसमें से 238 सदस्य निर्वाचित किए जाते हैं और 12 सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं।
7)राज्य सभा के सदस्यों की वास्तविक संख्या कितनी है?
उत्तर:दो सौ पैंतालीस (245), जिसमें से 233 सदस्य निर्वाचित और 12 सदस्य नाम-निर्देशित किए जाते हैं।
8)वर्तमान में संघ राज्य क्षेत्रों से कितने सदस्य निर्वाचित होते हैं ?
उत्तर:संघ राज्य क्षेत्रों से कुल चार सदस्य निर्वाचित होते हैं (3 दिल्ली से और 1 पुडुचेरी से)। अन्य संघ राज्य क्षेत्रों का राज्य सभा में प्रतिनिधित्व नहीं है।
9)राज्य सभा को स्थायी निकाय क्यों कहा जाता है?
उत्तर:राज्य सभा का विघटन नहीं होता है; इसके एक-तिहाई सदस्य प्रत्येक दो वर्षों में सेवा-निवृत्त हो जाते हैं।
10)राज्य सभा के सदस्य का कार्यकाल कितना होता है?
उत्तर:सामान्यत: एक सदस्य का निर्वाचन छ: वर्षों के लिए होता है; परन्तु किसी मध्यावधि चुनाव में निर्वाचित सदस्य सिर्फ शेष अवधि के लिए ही सेवारत रहता है।
11)राज्य सभा की बैठक कराने के लिए गणपूर्ति कितनी होती है ?
उत्तर:सभा के सदस्यों की कुल संख्या का दसवाँ भाग अर्थात् 25 सदस्य।
12)सभा में किस दल के अधिकतम सदस्य हैं?
उत्तर:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस।
उत्तर:उप-राष्ट्रपति राज्य सभा के पदेन सभापति हैं।
2)भारत के उप-राष्ट्रपति का निर्वाचन कैसे होता है ?
उत्तर:उप-राष्ट्रपति का निर्वाचन संसद के दोनों सदनों से मिलकर बनने वाले निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा होता है।
3)भारत के उप-राष्ट्रपति का कार्यकाल कितना है ?
उत्तर:उप-राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण की तारीख से पाँच वर्ष की अवधि तक पद धारण करते हैं।
4)इस समय राज्य सभा के सभापति कौन हैं ?
उत्तर:श्री मोहम्मद हामिद अंसारी ।
5)प-सभापति का निर्वाचन कैसे होता है?
उत्तर:उप-सभापति का निर्वाचन राज्य सभा के सदस्यों द्वारा राज्य सभा के सदस्यों में से किया जाता है।
6)उप-सभापति के उत्तरदायित्व क्या हैं?
उत्तर:जिस समय सभापति का पद रिक्त हो, अथवा किसी ऐसी अवधि के दौरान जब उप-राष्ट्रपति, राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहे हों, अथवा राष्ट्रपति के कृत्यों का निर्वहन कर रहे हों, उस समय सभापति के पद के दायित्व उप-सभापति द्वारा निष्पादित किए जाते हैं।
13)महासचिव की नियुक्ति कैसे की जाती है?
उत्तर:महासचिव की नियुक्ति राज्य सभा के सभापति द्वारा की जाती है और वह संघ सरकार के शीर्षस्थ सिविल सेवक, कैबिनेट सचिव के समकक्ष होता है।
14)महासचिव की भूमिका क्या है?
उत्तर:वह पीठासीन अधिकारियों को सलाह और विशेषज्ञ राय देते हुए सभा की कार्यवाही के संचालन में उनकी सहायता करते हैं। वह विधेयकों अथवा किसी अन्य मामले के बारे में लोक सभा से प्राप्त संदेशों की जानकारी देने के अलावा वाद-विवाद में भाग नहीं लेता। नियम के अधीन सभी सूचनाएं उसे संबोधित होती हैं। वह सभा के अभिलेखों का अभिरक्षक होता है। वह सभा की कार्यवाही का पूर्ण प्रतिवेदन तैयार करता है और दिन के लिए कार्यावलि भी जारी करता है। वह राज्य सभा सचिवालय का प्रशासनिक प्रमुख होता है।
उत्तर:राज्य सभा के सदस्यों का निर्वाचन राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों की विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा किया जाता है।
2)राज्य सभा का सदस्य बनने के लिए क्या अपेक्षाएं होती हैं?
उत्तर:वह भारत का नागरिक और कम से कम तीस वर्ष की आयु का होना चाहिए तथा उसके पास ऐसी अर्हताएं होनी चाहिए जो संसद द्वारा बनाई गई किसी विधि द्वारा विहित की जाएं।
4)क्या राज्य सभा में नाम-निर्देशित सदस्य होते हैं?
उत्तर:हां, भारत के राष्ट्रपति द्वारा ऐसे व्यक्तियों में से बारह सदस्य नाम-निर्देशित किए जाते हैं जिन्हें साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव हो।
6)राज्य सभा की पहली नाम-निर्देशित महिला सदस्य कौन थी?
उत्तर:श्रीमती रुक्मिणी देवी अरुन्दले (1952-56 और 1956-62)
7)राज्य सभा के वर्तमान नाम-निर्देशित सदस्य कौन-कौन से हैं?
उत्तर: दस सदस्य । प्रो. एम.एस. स्वामीनाथन, श्री एच.के. दुआ, डा. अशोक एस. गांगुली, श्री मणि शंकर अय्यर, श्री जावेद अख्तर, श्रीमती बी. जयश्री, डा. भालचन्द्र मुणगेकर, श्री सचिन रमेश तेंदुलकर, सुश्री रेखा और सुश्री अनु आगा ।
8)वर्तमान में राज्य सभा के कितने सदस्य मंत्री परिषद् में हैं?
उत्तर:चौदह सदस्य । वे हैं: डा. मनमोहन सिंह, श्री आनन्द शर्मा, श्री ए.के. अन्तोनी, श्रीमती अम्बिका सोनी, श्री जी.के. वासन, श्री गुलाम नबी आज़ाद, श्री जयराम रमेश, श्री मुकुल राय, श्रीमती जयन्ती नटराजन, श्री विलासराव दागदोजी देशमुख, श्री एस. एम. कृष्णा, श्री वायालार रवि, श्री अश्विनी कुमार और श्री राजीव कुमार शुक्ला ।
12)वर्तमान में राज्य सभा का सबसे बुजुर्ग सदस्य कौन है?
उत्तर:श्री रिशांग कीशिंग।
13)वर्तमान में राज्य सभा का सबसे अधिक सेवा करने वाला सदस्य कौन है?
उत्तर:डा. नज़मा ए. हेपतुल्ला ।
उत्तर:राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले संघीय सदन के रूप में राज्य सभा को कतिपय विशेष शक्तियां प्राप्त हैं: इस प्रयोजनार्थ संकल्प को अंगीकार करते हुए राष्ट्रीय हित में राज्य सूची में दर्ज किसी मामले के संबंध में कानून बनाने हेतु संसद को सशक्त करना, अनुच्छेद 249 (ii) अखिल भारतीय सेवाओं का सृजन (अनुच्छेद 312) और (iii) घोषणाओं (अनुच्छेद 352 अथवा अनुच्छेद 356 अथवा अनुच्छेद 360 के तहत जारी) को अनुमोदित करना यदि लोक सभा विघटित हो जाती है अथवा लोक सभा का विघटन संसद द्वारा की गई घोषणा के अनुमोदन के लिए अनुमत अवधि के भीतर हो जाता है
2)लोक सभा और राज्य सभा के बीच किस प्रकार का विधायी संबंध है?
उत्तर:विधायी मामलों में, राज्य सभा के पास लगभग उतनी ही शक्तियाँ हैं जितनी लोक सभा के पास हैं, केवल धन विधेयकों के मामलों को छोड़ कर जिन में लोक सभा के पास अध्यारोही शक्तियाँ हैं। इस प्रकार के विधेयक राज्य सभा में पुर:स्थापित नहीं किए जा सकते और यदि उन्हें चौदह दिनों के भीतर लोक सभा को नहीं लौटाया जाता, तो उन्हें पारित मान लिया जाता है।
5)लोक सभा और राज्य सभा की कितनी संयुक्त बैठकें अब तक आयोजित हुई हैं?
उत्तर:भारत के संसद के इतिहास में ऐसे तीन अवसर आए हैं जब संसद की दोनों सभाओं की उनके बीच विधेयकों को ले कर हुए गतिरोध के समाधान के लिए संयुक्त बैठकें बुलाई गई हैं अर्थात् दहेज प्रतिषेध विधेयक, 1959 पर 6 और 9 मई, 1961 को; बैंक सेवा आयोग (निरसन) विधेयक, 1977 पर 17 मई, 1978 को; और आतंकवाद निवारण विधेयक, 2002 पर 26 मार्च, 2002 को।
6)धन विधेयक के संबंध में राज्य सभा की शक्तियां क्या हैं?
उत्तर:किसी धन विधेयक को केवल लोक सभा में पुर:स्थापित किया जाता है और उस सभा द्वारा पारित कर देने के बाद इसे राज्य सभा को उसकी संस्वीकृति अथवा सिफारिश के लिए भेजा जाता है। राज्य सभा को धन विधेयक की प्राप्ति से चौदह दिनों के भीतर इसे लोक सभा को वापस करना पड़ता है। राज्य सभा प्रत्यक्षत: धन विधेयक को संशोधित नहीं कर सकती; यह विधेयक के लिए केवल संशोधनों की सिफारिश कर सकती है। लोक सभा राज्य सभा द्वारा की गई सभी अथवा किन्हीं सिफारिशों को स्वीकार अथवा अस्वीकार कर सकती है। यदि लोक सभा राज्य सभा द्वारा की गई किन्हीं सिफारिशों को स्वीकार कर लेती है, तब विधेयक को दोनों सभाओं द्वारा सिफारिश की गई और स्वीकार किए गए संशोधनों सहित पारित किया गया समझा जाता है। तथापि, यदि लोक सभा राज्य सभा की किसी सिफारिश को स्वीकार नहीं करती है, तब धन विधेयक को संसद की दोनों सभाओं द्वारा उस रूप में पारित किया गया समझा जाता है जिस रूप में इसे लोक सभा द्वारा राज्य सभा द्वारा की गई किसी सिफारिश के बिना पारित किया गया।
उत्तर:राज्य सभा की संसदीय समितियां तदर्थ समितियों और स्थायी समितियों के रूप में वर्गीकृत की जा सकती हैं।
2)तदर्थ समितियां क्या हैं?
उत्तर:तदर्थ समितियाँ वे हैं जिनका गठन सभा द्वारा अथवा सभापति द्वारा अथवा दोनों सभाओं के पीठासीन अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से विशिष्ट मामलों पर विचार करने और प्रतिवेदन देने के लिए किया जाता है। इन समितियों का कार्यकाल अपना काम पूरा करते ही समाप्त हो जाता है। इन समितियों को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:
(क) विधेयकों पर विचार करने और प्रतिवेदन देने के विशेष प्रस्ताव पर सभा(ओं) द्वारा गठित विधेयकों संबंधी प्रवर/संयुक्त समितियाँ; और
(ख) विशिष्ट विषयों की जांच करने और प्रतिवेदन देने के लिए समय-समय पर गठित समितियाँ।
3)स्थायी समितियाँ क्या हैं?
उत्तर:स्थायी समितियाँ वे स्थायी समितियाँ हैं जिनके सदस्य प्रतिवर्ष या समय-समय पर या तो सभा द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं या सभापति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं। ये हैं: कार्य मंत्रणा समिति, सामान्य प्रयोजन समिति, सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति, आवास समिति, याचिका समिति, अधीनस्थ विधान संबंधी समिति, सभा पटल पर रखे गए पत्रों संबंधी समिति, विशेषाधिकार समिति, नियम समिति, आचार समिति, राज्य सभा के सदस्यों को कंप्यूटर का प्रावधान करने संबंधी समिति, एमपीलैड संबंधी समिति और विभाग संबंधित स्थायी समितियाँ।
4)विभाग-संबंधित स्थायी समितियाँ क्या हैं?
उत्तर:संसद के प्रति सरकार को और अधिक उत्तरदायी बनाने के प्रयोजन से केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों को सौंपे गए कार्यों की संवीक्षा करने के लिए वर्ष 1993 में विभाग-संबंधित स्थायी समितियां गठित की गईं।
5)कितनी विभाग-संबंधित स्थायी समितियां गठित की गई हैं?
उत्तर:चौबीस विभाग-संबंधित स्थायी समितियां गठित की गई हैं जिनके इकतीस से ज्यादा सदस्य नहीं हैं, इनमें से इक्कीस सदस्य लोकसभाध्यक्ष द्वारा और दस सदस्य राज्य सभा के सभापति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं।
6)विभाग-संबंधित स्थायी समितियों के मुख्य कार्य क्या हैं?
उत्तर:इन समितियों के निम्नलिखित कार्य हैं:
(क) संबंधित मंत्रालयों/विभागों की अनुदान मांगों पर विचार करना और उस पर प्रतिवेदन देना;
(ख) संबंधित मंत्रालयों/विभागों से संबंधित विधेयकों, जिन्हें समिति को भेजा गया है, की जांच करना और उन पर प्रतिवेदन देना;
(ग) मंत्रालयों/विभागों के वार्षिक प्रतिवेदनों पर विचार करना और उन पर प्रतिवेदन देना; और
(घ) राष्ट्रीय मूलभूत दीर्घकालिक नीतिगत दस्तावेजों पर विचार करना और उन पर प्रतिवेदन देना ।
7)राज्य सभा और लोक सभा के अधिकार क्षेत्र में कितनी विभाग-संबंधित स्थायी समितियां हैं?
उत्तर:आठ विभाग-संबंधित स्थायी समितियां राज्य सभा के सभापति के नियंत्रण और निदेश के अधीन कार्य करती हैं जबकि ऐसी सोलह समितियां लोकसभाध्यक्ष के नियंत्रण और निदेश के अधीन कार्य करती हैं।
8)विधेयक क्या है?
उत्तर:विधेयक सभा के समक्ष उसके अनुमोदनार्थ लाया गया एक विधायी प्रस्ताव है।
9)विधेयक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:मंत्रियों द्वारा लाए गए विधेयक सरकारी विधेयक कहलाते हैं और ऐसे सदस्यों द्वारा, जो मंत्री नहीं हैं, पुर:स्थापित विधेयक गैर-सरकारी विधेयक कहलाते हैं। विधेयकों की विषय-वस्तु के आधार पर विधेयकों को मोटे तौर पर निम्निलिखित वर्गों में भी विभाजित किया जा सकता है:
(क) मूल विधेयक, जो नये प्रस्तावों से संबंधित होते हैं,
(ख) संशोधनकारी विधेयक, जिनका आशय मौजूदा अधिनियमों का संशोधन करना होता है,
(ग) समेकन विधेयक, जिनका आशय किसी खास विषय पर विद्यमान कानूनों का समेकन करना होता है,
(घ) किसी निर्दिष्ट तिथि को समाप्त हो रहे कानूनों को जारी रखने के लिए विधेयक
(ड़) निरसनकारी विधेयक
(च) अध्यादेशों को प्रतिस्थापित करने के लिए विधेयक
(छ) धन और वित्त विधेयक तथा
(ज) संविधान संशोधन विधेयक।
राज्यसभा राज्यों की परिषद है। यह अप्रत्यक्ष रीति से लोगों का प्रतिनिधित्व करती है। राज्यसभा के सदस्य का चुनाव राज्य विधान सभाओं के चुने हुए विधायक करते हैं। प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधियों की संख्या ज्यादातर उसकी जनसंख्या पर निर्भर करती है। इस प्रकार, उत्तर प्रदेश के राज्यसभा में 34 सदस्य हैं। मणिपुर, मिजोरम, सिक्किम, त्रिपुरा आदि छोटे राज्यों के केवल एक एक सदस्य हैं। राज्यसभा में 250 तक सदस्य हो सकते हैं। इनमें राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत 12 सदस्य तथा 238 राज्यों और संघ-राज्य क्षेत्रों द्वारा चुने सदस्य होते हैं। इस समय राज्यसभा के 245 सदस्य हैं। राज्यसभा के प्रत्येक सदस्य की कार्यावधि छह वर्ष है। उपराष्ट्रपति, संसद के दोनों सदनों के सदस्यों द्वारा निर्वाचित किया जाता है। वह राज्यसभा का पदेन सभापति होता है। उपसभापति पद के लिए राज्यसभा के सदस्यों द्वारा अपने में से किसी सदस्य को चुना जाता है।
राज्यसभा सदस्य जो प्रधानमंत्री बने-
(1) इ- इंदिरा गांधी
(2) च- एच. डी. देवगोड़ा
(3) गा- इंद्र कुमार गुजराल
(4) र्ड- डा. मनमोहन सिंह
(1) इ- इंदिरा गांधी
(2) च- एच. डी. देवगोड़ा
(3) गा- इंद्र कुमार गुजराल
(4) र्ड- डा. मनमोहन सिंह
● वर्तमान में राज्यसभा सदस्यों की संख्या कितनी है— 245
● राज्यसभा के लिए प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधियों का चुनाव कौन करता है— विधानसभा के निर्वाचित सदस्य
● राज्यसभा में राज्यों का प्रतिनिधित्व किस पर निर्भर करता है— राज्य की जनसंख्या पर
● राज्यसभा में किस राज्य के प्रतिनिधियों की संख्या सर्वाधिक है— उत्तर प्रदेश
● राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल कितना होता है— 6 वर्ष
● राज्यसभा का सदस्य बनने के लिए न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए— 30 वर्ष
● किस सदन को भंग नहीं किया जा सकता है— राज्यसभा
● लोकसभा व राज्यसभा में गणपूर्ति संख्या क्या है— कुल सदस्य संख्या का 1/10 भाग
● वह कौन-सा सदन है जिसका अध्यक्ष उस सदन का सदस्य नहीं होता है— राज्यसभा
● लोकसभा द्वारा पारित धन विधेयक राज्यसभा को प्राप्त होने के कितने दिन बाद तक लोकसभा को लौटाया जा सकता है— 14 दिन
● राज्यसभा एक स्थायी सदन है क्यों— क्योंकि यह कभी भंग नहीं होता और इसके एक तिहाई सदस्य प्रति दो वर्ष बाद सेवानिवृत्त हो जाते हैं
● राज्यस्भा के सदस्यों को नामित करने का अधिकार किसको है— राष्ट्रपति को
● राज्यसभा की प्रथम महिला सचिव कौन थी— वी. एस. रमादेवी
● राज्यसभा का पहली बार गठन कब हुआ— 3 अप्रैल, 1952 ई.
● राज्यसभा की प्रथम बैठक कब हुई— 13 मई, 1952 ई.
● भारत में किसकी स्वीकृति के बिना कोई भी सरकारी खर्चा नहीं किया जा सकता है— संसद
● राज्यसभा के सभापति की अनुपस्थिति में राज्यसभा का संचालन कौन करता है— उपसभापति
● राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों को अधिसूचना कौन जारी करता है— निर्वाचन आयोग
● केंद्रीय संसद राष्ट्रहित में राज्य सूची के विषयों पर कानून कब बना सकती है— राज्यसभा में उपस्थित सदस्यों के दो-तिहाई बहुमत पर
● राज्यसभा की दो बैठकों के मध्य समायांतराल कितना होना चाहिए— अधिकतम 6 माह
● किन राज्यों का राज्यसभा में प्रतिनिधित्व नहीं हैं— अंडमान-निकोबार, चंडीगढ, दादरा-नगर हवेली, लक्षद्वीप एवं दमन-दीव
● राज्यसभा के प्रति उत्तरदायी कौन नहीं होता है— मंत्रीपरिषद
● भारत के कौन-से प्रधानमंत्री राज्यसभा के सदस्य रहे हैं— श्रीमति इंदिरा गाँधी व मनमोहन सिंह
राज्य सभा में प्रत्येक राज्य के सदस्य-
राज्य | स्थानों की संख्या |
आंध्र प्रदेश | 18 |
अरुणाचल प्रदेश | 1 |
असम | 7 |
बिहार | 16 |
छत्तीसगढ़ | 5 |
गोवा | 1 |
गुजरात | 11 |
हरियाणा | 5 |
हिमाचल प्रदेश | 3 |
जम्मू और कश्मीर | 4 |
ळारखण्ड | 6 |
कर्णाटक | 12 |
केरल | 9 |
मध्य प्रदेश | 11 |
महाराष्ट्र | 19 |
मणिपुर | 1 |
मेघालय | 1 |
मिजोरम | 1 |
नागालैंड | 1 |
उड़ीसा | 10 |
पंजाब | 7 |
राजस्थान | 10 |
सिक्किम | 1 |
तमिलनाडु | 18 |
त्रिपुरा | 1 |
उत्तरांचल | 3 |
उत्तर प्रदेश | 31 |
पश्चिम बंगाल | 16 |
|तेलंगाना||राज्य|| 17 |} आंग्ल-भारतीय (2, अगर राष्ट्रपति मनोनीत करे (संविधान के अनुच्छेद 331 के तहत))
राज्य सभा का इतिहास
1)राज्य सभा पहली बार कब गठित की गई थी ?उत्तर:3 अप्रैल, 1952 को ।
2)राज्य सभा की पहली बैठक कब हुई ?
उत्तर:13 मई, 1952 को ।
3)काउंसिल ऑफ स्टेट्स का हिन्दी नाम 'राज्य सभा' कब पड़ा ?
उत्तर:23 अगस्त, 1954 को । राज्य सभा के सभापति ने सभा में एक घोषणा की कि काउंसिल ऑफ स्टेट्स को अब हिन्दी में 'राज्य सभा' कहा जाएगा।
4)राज्य सभा के पहले सभापति कौन थे?
उत्तर:डा. एस. राधाकृष्णन। वह अकेले ऐसे सभापति हुए जो दो कार्यकालों (13.5.1952-12.5.1962) तक पद पर रहे।
5)राज्य सभा के पहले उप-सभापति कौन थे?
उत्तर:श्री एस. वी. कृष्णमूर्ति राव (31.5.1952 - 2.4.1956 और 25.4.1956-1.3.1962)।
राज्य सभा का गठन
6)राज्य सभा के सदस्यों की अधिकतम संख्या कितनी है?उत्तर:दो सौ पचास (250), जिसमें से 238 सदस्य निर्वाचित किए जाते हैं और 12 सदस्य भारत के राष्ट्रपति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं।
7)राज्य सभा के सदस्यों की वास्तविक संख्या कितनी है?
उत्तर:दो सौ पैंतालीस (245), जिसमें से 233 सदस्य निर्वाचित और 12 सदस्य नाम-निर्देशित किए जाते हैं।
8)वर्तमान में संघ राज्य क्षेत्रों से कितने सदस्य निर्वाचित होते हैं ?
उत्तर:संघ राज्य क्षेत्रों से कुल चार सदस्य निर्वाचित होते हैं (3 दिल्ली से और 1 पुडुचेरी से)। अन्य संघ राज्य क्षेत्रों का राज्य सभा में प्रतिनिधित्व नहीं है।
9)राज्य सभा को स्थायी निकाय क्यों कहा जाता है?
उत्तर:राज्य सभा का विघटन नहीं होता है; इसके एक-तिहाई सदस्य प्रत्येक दो वर्षों में सेवा-निवृत्त हो जाते हैं।
10)राज्य सभा के सदस्य का कार्यकाल कितना होता है?
उत्तर:सामान्यत: एक सदस्य का निर्वाचन छ: वर्षों के लिए होता है; परन्तु किसी मध्यावधि चुनाव में निर्वाचित सदस्य सिर्फ शेष अवधि के लिए ही सेवारत रहता है।
11)राज्य सभा की बैठक कराने के लिए गणपूर्ति कितनी होती है ?
उत्तर:सभा के सदस्यों की कुल संख्या का दसवाँ भाग अर्थात् 25 सदस्य।
12)सभा में किस दल के अधिकतम सदस्य हैं?
उत्तर:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस।
राज्य सभा के अधिकारी
1)राज्य सभा के सभापति के रूप में कौन कार्य करता है ?उत्तर:उप-राष्ट्रपति राज्य सभा के पदेन सभापति हैं।
2)भारत के उप-राष्ट्रपति का निर्वाचन कैसे होता है ?
उत्तर:उप-राष्ट्रपति का निर्वाचन संसद के दोनों सदनों से मिलकर बनने वाले निर्वाचक मंडल के सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा होता है।
3)भारत के उप-राष्ट्रपति का कार्यकाल कितना है ?
उत्तर:उप-राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण की तारीख से पाँच वर्ष की अवधि तक पद धारण करते हैं।
4)इस समय राज्य सभा के सभापति कौन हैं ?
उत्तर:श्री मोहम्मद हामिद अंसारी ।
5)प-सभापति का निर्वाचन कैसे होता है?
उत्तर:उप-सभापति का निर्वाचन राज्य सभा के सदस्यों द्वारा राज्य सभा के सदस्यों में से किया जाता है।
6)उप-सभापति के उत्तरदायित्व क्या हैं?
उत्तर:जिस समय सभापति का पद रिक्त हो, अथवा किसी ऐसी अवधि के दौरान जब उप-राष्ट्रपति, राष्ट्रपति के रूप में कार्य कर रहे हों, अथवा राष्ट्रपति के कृत्यों का निर्वहन कर रहे हों, उस समय सभापति के पद के दायित्व उप-सभापति द्वारा निष्पादित किए जाते हैं।
13)महासचिव की नियुक्ति कैसे की जाती है?
उत्तर:महासचिव की नियुक्ति राज्य सभा के सभापति द्वारा की जाती है और वह संघ सरकार के शीर्षस्थ सिविल सेवक, कैबिनेट सचिव के समकक्ष होता है।
14)महासचिव की भूमिका क्या है?
उत्तर:वह पीठासीन अधिकारियों को सलाह और विशेषज्ञ राय देते हुए सभा की कार्यवाही के संचालन में उनकी सहायता करते हैं। वह विधेयकों अथवा किसी अन्य मामले के बारे में लोक सभा से प्राप्त संदेशों की जानकारी देने के अलावा वाद-विवाद में भाग नहीं लेता। नियम के अधीन सभी सूचनाएं उसे संबोधित होती हैं। वह सभा के अभिलेखों का अभिरक्षक होता है। वह सभा की कार्यवाही का पूर्ण प्रतिवेदन तैयार करता है और दिन के लिए कार्यावलि भी जारी करता है। वह राज्य सभा सचिवालय का प्रशासनिक प्रमुख होता है।
राज्य सभा के सदस्य
1)राज्य सभा के सदस्यों का निर्वाचन कैसे होता है?उत्तर:राज्य सभा के सदस्यों का निर्वाचन राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों की विधानसभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत द्वारा किया जाता है।
2)राज्य सभा का सदस्य बनने के लिए क्या अपेक्षाएं होती हैं?
उत्तर:वह भारत का नागरिक और कम से कम तीस वर्ष की आयु का होना चाहिए तथा उसके पास ऐसी अर्हताएं होनी चाहिए जो संसद द्वारा बनाई गई किसी विधि द्वारा विहित की जाएं।
4)क्या राज्य सभा में नाम-निर्देशित सदस्य होते हैं?
उत्तर:हां, भारत के राष्ट्रपति द्वारा ऐसे व्यक्तियों में से बारह सदस्य नाम-निर्देशित किए जाते हैं जिन्हें साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव हो।
6)राज्य सभा की पहली नाम-निर्देशित महिला सदस्य कौन थी?
उत्तर:श्रीमती रुक्मिणी देवी अरुन्दले (1952-56 और 1956-62)
7)राज्य सभा के वर्तमान नाम-निर्देशित सदस्य कौन-कौन से हैं?
उत्तर: दस सदस्य । प्रो. एम.एस. स्वामीनाथन, श्री एच.के. दुआ, डा. अशोक एस. गांगुली, श्री मणि शंकर अय्यर, श्री जावेद अख्तर, श्रीमती बी. जयश्री, डा. भालचन्द्र मुणगेकर, श्री सचिन रमेश तेंदुलकर, सुश्री रेखा और सुश्री अनु आगा ।
8)वर्तमान में राज्य सभा के कितने सदस्य मंत्री परिषद् में हैं?
उत्तर:चौदह सदस्य । वे हैं: डा. मनमोहन सिंह, श्री आनन्द शर्मा, श्री ए.के. अन्तोनी, श्रीमती अम्बिका सोनी, श्री जी.के. वासन, श्री गुलाम नबी आज़ाद, श्री जयराम रमेश, श्री मुकुल राय, श्रीमती जयन्ती नटराजन, श्री विलासराव दागदोजी देशमुख, श्री एस. एम. कृष्णा, श्री वायालार रवि, श्री अश्विनी कुमार और श्री राजीव कुमार शुक्ला ।
12)वर्तमान में राज्य सभा का सबसे बुजुर्ग सदस्य कौन है?
उत्तर:श्री रिशांग कीशिंग।
13)वर्तमान में राज्य सभा का सबसे अधिक सेवा करने वाला सदस्य कौन है?
उत्तर:डा. नज़मा ए. हेपतुल्ला ।
राज्य सभा की भूमिका और कार्य
1)राज्य सभा की विशेष शक्तियां क्या हैं?उत्तर:राज्यों/संघ राज्य क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने वाले संघीय सदन के रूप में राज्य सभा को कतिपय विशेष शक्तियां प्राप्त हैं: इस प्रयोजनार्थ संकल्प को अंगीकार करते हुए राष्ट्रीय हित में राज्य सूची में दर्ज किसी मामले के संबंध में कानून बनाने हेतु संसद को सशक्त करना, अनुच्छेद 249 (ii) अखिल भारतीय सेवाओं का सृजन (अनुच्छेद 312) और (iii) घोषणाओं (अनुच्छेद 352 अथवा अनुच्छेद 356 अथवा अनुच्छेद 360 के तहत जारी) को अनुमोदित करना यदि लोक सभा विघटित हो जाती है अथवा लोक सभा का विघटन संसद द्वारा की गई घोषणा के अनुमोदन के लिए अनुमत अवधि के भीतर हो जाता है
2)लोक सभा और राज्य सभा के बीच किस प्रकार का विधायी संबंध है?
उत्तर:विधायी मामलों में, राज्य सभा के पास लगभग उतनी ही शक्तियाँ हैं जितनी लोक सभा के पास हैं, केवल धन विधेयकों के मामलों को छोड़ कर जिन में लोक सभा के पास अध्यारोही शक्तियाँ हैं। इस प्रकार के विधेयक राज्य सभा में पुर:स्थापित नहीं किए जा सकते और यदि उन्हें चौदह दिनों के भीतर लोक सभा को नहीं लौटाया जाता, तो उन्हें पारित मान लिया जाता है।
5)लोक सभा और राज्य सभा की कितनी संयुक्त बैठकें अब तक आयोजित हुई हैं?
उत्तर:भारत के संसद के इतिहास में ऐसे तीन अवसर आए हैं जब संसद की दोनों सभाओं की उनके बीच विधेयकों को ले कर हुए गतिरोध के समाधान के लिए संयुक्त बैठकें बुलाई गई हैं अर्थात् दहेज प्रतिषेध विधेयक, 1959 पर 6 और 9 मई, 1961 को; बैंक सेवा आयोग (निरसन) विधेयक, 1977 पर 17 मई, 1978 को; और आतंकवाद निवारण विधेयक, 2002 पर 26 मार्च, 2002 को।
6)धन विधेयक के संबंध में राज्य सभा की शक्तियां क्या हैं?
उत्तर:किसी धन विधेयक को केवल लोक सभा में पुर:स्थापित किया जाता है और उस सभा द्वारा पारित कर देने के बाद इसे राज्य सभा को उसकी संस्वीकृति अथवा सिफारिश के लिए भेजा जाता है। राज्य सभा को धन विधेयक की प्राप्ति से चौदह दिनों के भीतर इसे लोक सभा को वापस करना पड़ता है। राज्य सभा प्रत्यक्षत: धन विधेयक को संशोधित नहीं कर सकती; यह विधेयक के लिए केवल संशोधनों की सिफारिश कर सकती है। लोक सभा राज्य सभा द्वारा की गई सभी अथवा किन्हीं सिफारिशों को स्वीकार अथवा अस्वीकार कर सकती है। यदि लोक सभा राज्य सभा द्वारा की गई किन्हीं सिफारिशों को स्वीकार कर लेती है, तब विधेयक को दोनों सभाओं द्वारा सिफारिश की गई और स्वीकार किए गए संशोधनों सहित पारित किया गया समझा जाता है। तथापि, यदि लोक सभा राज्य सभा की किसी सिफारिश को स्वीकार नहीं करती है, तब धन विधेयक को संसद की दोनों सभाओं द्वारा उस रूप में पारित किया गया समझा जाता है जिस रूप में इसे लोक सभा द्वारा राज्य सभा द्वारा की गई किसी सिफारिश के बिना पारित किया गया।
समितियाँ
1)राज्य सभा की संसदीय समितियों के विभिन्न वर्ग कौन-कौन से हैं?उत्तर:राज्य सभा की संसदीय समितियां तदर्थ समितियों और स्थायी समितियों के रूप में वर्गीकृत की जा सकती हैं।
2)तदर्थ समितियां क्या हैं?
उत्तर:तदर्थ समितियाँ वे हैं जिनका गठन सभा द्वारा अथवा सभापति द्वारा अथवा दोनों सभाओं के पीठासीन अधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से विशिष्ट मामलों पर विचार करने और प्रतिवेदन देने के लिए किया जाता है। इन समितियों का कार्यकाल अपना काम पूरा करते ही समाप्त हो जाता है। इन समितियों को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है:
(क) विधेयकों पर विचार करने और प्रतिवेदन देने के विशेष प्रस्ताव पर सभा(ओं) द्वारा गठित विधेयकों संबंधी प्रवर/संयुक्त समितियाँ; और
(ख) विशिष्ट विषयों की जांच करने और प्रतिवेदन देने के लिए समय-समय पर गठित समितियाँ।
3)स्थायी समितियाँ क्या हैं?
उत्तर:स्थायी समितियाँ वे स्थायी समितियाँ हैं जिनके सदस्य प्रतिवर्ष या समय-समय पर या तो सभा द्वारा निर्वाचित किए जाते हैं या सभापति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं। ये हैं: कार्य मंत्रणा समिति, सामान्य प्रयोजन समिति, सरकारी आश्वासनों संबंधी समिति, आवास समिति, याचिका समिति, अधीनस्थ विधान संबंधी समिति, सभा पटल पर रखे गए पत्रों संबंधी समिति, विशेषाधिकार समिति, नियम समिति, आचार समिति, राज्य सभा के सदस्यों को कंप्यूटर का प्रावधान करने संबंधी समिति, एमपीलैड संबंधी समिति और विभाग संबंधित स्थायी समितियाँ।
4)विभाग-संबंधित स्थायी समितियाँ क्या हैं?
उत्तर:संसद के प्रति सरकार को और अधिक उत्तरदायी बनाने के प्रयोजन से केन्द्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों/विभागों को सौंपे गए कार्यों की संवीक्षा करने के लिए वर्ष 1993 में विभाग-संबंधित स्थायी समितियां गठित की गईं।
5)कितनी विभाग-संबंधित स्थायी समितियां गठित की गई हैं?
उत्तर:चौबीस विभाग-संबंधित स्थायी समितियां गठित की गई हैं जिनके इकतीस से ज्यादा सदस्य नहीं हैं, इनमें से इक्कीस सदस्य लोकसभाध्यक्ष द्वारा और दस सदस्य राज्य सभा के सभापति द्वारा नाम-निर्देशित किए जाते हैं।
6)विभाग-संबंधित स्थायी समितियों के मुख्य कार्य क्या हैं?
उत्तर:इन समितियों के निम्नलिखित कार्य हैं:
(क) संबंधित मंत्रालयों/विभागों की अनुदान मांगों पर विचार करना और उस पर प्रतिवेदन देना;
(ख) संबंधित मंत्रालयों/विभागों से संबंधित विधेयकों, जिन्हें समिति को भेजा गया है, की जांच करना और उन पर प्रतिवेदन देना;
(ग) मंत्रालयों/विभागों के वार्षिक प्रतिवेदनों पर विचार करना और उन पर प्रतिवेदन देना; और
(घ) राष्ट्रीय मूलभूत दीर्घकालिक नीतिगत दस्तावेजों पर विचार करना और उन पर प्रतिवेदन देना ।
7)राज्य सभा और लोक सभा के अधिकार क्षेत्र में कितनी विभाग-संबंधित स्थायी समितियां हैं?
उत्तर:आठ विभाग-संबंधित स्थायी समितियां राज्य सभा के सभापति के नियंत्रण और निदेश के अधीन कार्य करती हैं जबकि ऐसी सोलह समितियां लोकसभाध्यक्ष के नियंत्रण और निदेश के अधीन कार्य करती हैं।
8)विधेयक क्या है?
उत्तर:विधेयक सभा के समक्ष उसके अनुमोदनार्थ लाया गया एक विधायी प्रस्ताव है।
9)विधेयक कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर:मंत्रियों द्वारा लाए गए विधेयक सरकारी विधेयक कहलाते हैं और ऐसे सदस्यों द्वारा, जो मंत्री नहीं हैं, पुर:स्थापित विधेयक गैर-सरकारी विधेयक कहलाते हैं। विधेयकों की विषय-वस्तु के आधार पर विधेयकों को मोटे तौर पर निम्निलिखित वर्गों में भी विभाजित किया जा सकता है:
(क) मूल विधेयक, जो नये प्रस्तावों से संबंधित होते हैं,
(ख) संशोधनकारी विधेयक, जिनका आशय मौजूदा अधिनियमों का संशोधन करना होता है,
(ग) समेकन विधेयक, जिनका आशय किसी खास विषय पर विद्यमान कानूनों का समेकन करना होता है,
(घ) किसी निर्दिष्ट तिथि को समाप्त हो रहे कानूनों को जारी रखने के लिए विधेयक
(ड़) निरसनकारी विधेयक
(च) अध्यादेशों को प्रतिस्थापित करने के लिए विधेयक
(छ) धन और वित्त विधेयक तथा
(ज) संविधान संशोधन विधेयक।
भारत के राष्ट्रपति
भारत के राष्ट्रपति संघ का कार्यपालक अध्यक्ष हैं। अनुच्छेद 53 के अनुसार संघ की कार्यपालक शक्ति उनमें निहित है। वह सशस्त्र सेनाओं का सर्वोच्च सेनानायक भी होता है। सभी प्रकार के आपातकाल लगाने व हटाने वाला, युद्ध/शांति की घोषणा करने वाला होता है। वह देश का प्रथम नागरिक है। भारतीय राष्ट्रपति का भारतीय नागरिक होना आवश्यक है।
सिद्धांततः राष्ट्रपति के पास पर्याप्त शक्ति होती है। पर कुछ अपवादों के अलावा राष्ट्रपति के पद में निहित अधिकांश अधिकार वास्तव में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले मंत्रिपरिषद् के द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
प्रतिभा पाटिल भारत की 12वीं तथा इस पद को सुशोभीत करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं।भारत की पहली महिला राष्ट्रपति (प्रतिभा पाटिल) ने 25 जुलाई 2007 के दिन पद व गोपनीयता की शपथ ली थी।
राष्ट्रपति का चुनाव-
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति के द्वारा होता है।राष्ट्रपति को भारत के संसद के दोनो सदनों (लोक सभा और राज्य सभा) तथा साथ ही राज्य विधायिकाओं (विधान सभाओं) के निर्वाचित सदस्यों द्वारा पाँच वर्ष की अवधि के लिए चुना जाता है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु- :
भारत का कोई नागरिक जिसकी उम्र 35 साल या अधिक हो वो एक राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार हो सकता है।
● भारत की कार्यपालिका का अध्यक्ष कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत के राष्ट्रपति की तुलना किस देश के सम्राट से की जा सकती है— ब्रिटेन के सम्राट से
● राष्ट्रपति पद्धति में समस्त कार्यपालिका की शक्तियाँ किसमें निहित होती है— राष्ट्रपति
● भारतीय संविधान के अनुसार भारत का प्रथम नागरिक कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत की तीनों सेनाओं का सर्वोच्च सेनापति कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए— 35 वर्ष
● राष्ट्रपति का चुनाव किस पद्धति द्वारा होता है— समानुपातिक प्रतिनिधित्व एंव एकल संक्रमणीय प्रणाली द्वारा
● भारत के राष्ट्रपति का चुनाव कौन संचालित करता है— निर्वाचन आयोग
● राष्ट्रपति के चुनाव संबंधी मामले कहाँ भेजे जाते हैं— उच्चतम् न्यायालय में
● भारत के राष्ट्रपति का चुनाव किनते वर्षों के लिए होता है— 5 वर्ष
● राष्ट्रपति को उनके पद से कैसे हटाया जा सकता है— संसद द्वारा महाभियोग चलाकर
● राष्ट्रपति पर महाभियोग किस आधार पर लगाया जाता है— संविधान का अतिक्रमण करने पर
● राष्ट्रपति पर महाभियोग किस आधार पर लगाया जाता है— अमेरिका से
● भारत के राष्ट्रपति को पद एवं गोपनीयता की शपथ कौन दिलाता है— भारत का मुख्य न्यायाधीश
● संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत राष्ट्रपति मुख्य न्यायाधीश के समक्ष शपथ ग्रहण करता है— अनुच्छेद-60
● राष्ट्रपति अपना त्यागपत्र किसे सौंपता है— उपराष्ट्रपति को
● राष्ट्रपति के त्यागपत्र की सूचना उपराष्ट्रपति किसे देता है— लोकसभाध्यक्ष को
● भारत के कौन-से राष्ट्रपति निर्विरोध चुने गए थे— नीलम संजीव रेड्डी
● स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति किस राज्य के थे— बिहार से
● भारत के किस राष्ट्रपति की मृत्यु कार्यकाल खत्म होने से पहले हुई— डॉ. जाकिर हुसैन
● भारत का राष्ट्रपति किसकी नियुक्ति नहीं करता है— उपराष्ट्रपति की
● वित्त बिल के लिए किसकी स्वीकृति आवश्यक है— राष्ट्रपति
● लोकसभा व राज्यसभा में राष्ट्रपति कुल कितने सदस्य मनोनीत कर सकता है— 14
● भारत के राष्ट्रपति को कौन सलाह देता है— संघीय मंत्रीपरिषद
● कौन-सा व्यक्ति कार्यवाहक राष्ट्रपति तथा उच्चतम न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश रहा— एम. हिदायतुल्ला
● किस विधेयक को राष्ट्रपति पुनर्विचार के लिए नहीं लौटाता है— धन विधेयक को
● युद्ध अथवा बाहरी आक्रमण की स्थिति में आक्रमणकारी के विरुद्ध युद्ध की घोषण कौन कर सकता है— राष्ट्रपति
● किसी व्यक्ति को दोषी पाये जाने पर कौन उसे क्षमादान दे सकता है— राष्ट्रपति
● भारत के राष्ट्रपति ने किस मामले में वीटो शक्ति का प्रयोग किया था— भारतीय डाकघर अधिनियम
● भारत के राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति की अनुप्स्थिति में कार्यभार कौन ग्रहण करेगा— सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
● अध्यादेश जारी करने का अधिकार राष्ट्रपति का कौन-सा अधिकार है— विधायी अधिकार
● भारत का राष्ट्रपति किसके द्वारा चुना जाता है— सांसदों व विधानसभा सदस्यों द्वारा
● श्रीमति प्रतिभा पाटिल भारतीय गणतंत्र में कौन-सी राष्ट्रपति बनी थीं— 12वीं
● कौन-से राष्ट्रपति दो बार राष्ट्रपति चुने गए— डॉ. राजेंद्र प्रसाद
● किसी भौगोलिक क्षेत्र को अनुसूचित क्षेत्र घोषित करने का अधिकार किसको है— राष्ट्रपति को
महत्त्वपूर्ण बिंदु-
● भारत का संवैधानिक अध्यक्ष कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का चुनाव कैसे हुआ— संविधान सभा द्वारा
● भारत का राष्ट्रपति राज्यसभा में कितने सदस्य मनोनीत कर सकता है— 12
● भारत के राष्ट्रपति का वेतन कितना है— 1,50,000 रुपए प्रतिमाह
● किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन किसने समय के लिए रह सकता है— 3 वर्ष
● राज्य में राष्ट्रपति शासन की घोषणा कौन करता है— राष्ट्रपति
● भारतीय संविधान के अनुसार भारत का राष्ट्रपति राज्य का क्या होता है— राज्य का संवैधानिक अध्यक्ष
● भारत के राष्ट्रपति का चुनाव कैसे होता है— अप्रत्यक्ष रूप से
● राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रस्तावक एवं अनुमोदकों की संख्या कितनी होती है— 50-50
● भारत में किसके चुनाव में अनुपातिक प्रतिनिधित्व चुनाव प्रणाली अपनाई जाती है— राष्ट्रपति के चुनाव में
● राष्ट्रपति पद रिक्त होने पर कितने समय में भरना आवश्यक है— 6 माह में
● भारत के राष्ट्रपति की मर्जी तक किसी राज्य में अपने पद पर कौन रह सकता है— राज्यपाल
● राष्ट्रपति किस सूची के विषय पर अध्यादेश जारी कर सकता है— संघ व समवर्ती सूची पर
● जब किसी विधेयक को संसद में प्रस्तुत किया जाता है तो किसकी अनुमति के बाद वह अधिनियम बन जाता है— राष्ट्रपति की अनुमति के बाद
राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार को लोकसभा का सदस्य बनने की योग्यता होना चाहिए और सरकार के अधीन कोई लाभ का पद धारण नहीं करना चाहिए।
राष्ट्रपति के निर्वाचन सम्बन्धी किसी भी विवाद में निणर्य लेने का अधिकार उच्चतम न्यायालय को है।
राष्ट्रपति अधिकतम कितनी भी बार पद पर रह सकते हैं। अधिकतम की कोई सीमा तय नही हैं ।
सिद्धांततः राष्ट्रपति के पास पर्याप्त शक्ति होती है। पर कुछ अपवादों के अलावा राष्ट्रपति के पद में निहित अधिकांश अधिकार वास्तव में प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले मंत्रिपरिषद् के द्वारा उपयोग किए जाते हैं।
प्रतिभा पाटिल भारत की 12वीं तथा इस पद को सुशोभीत करने वाली पहली महिला राष्ट्रपति हैं।भारत की पहली महिला राष्ट्रपति (प्रतिभा पाटिल) ने 25 जुलाई 2007 के दिन पद व गोपनीयता की शपथ ली थी।
राष्ट्रपति का चुनाव-
भारत के राष्ट्रपति का चुनाव आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के एकल संक्रमणीय मत पद्धति के द्वारा होता है।राष्ट्रपति को भारत के संसद के दोनो सदनों (लोक सभा और राज्य सभा) तथा साथ ही राज्य विधायिकाओं (विधान सभाओं) के निर्वाचित सदस्यों द्वारा पाँच वर्ष की अवधि के लिए चुना जाता है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु- :
भारत का कोई नागरिक जिसकी उम्र 35 साल या अधिक हो वो एक राष्ट्रपति बनने के लिए उम्मीदवार हो सकता है।
● भारत की कार्यपालिका का अध्यक्ष कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत के राष्ट्रपति की तुलना किस देश के सम्राट से की जा सकती है— ब्रिटेन के सम्राट से
● राष्ट्रपति पद्धति में समस्त कार्यपालिका की शक्तियाँ किसमें निहित होती है— राष्ट्रपति
● भारतीय संविधान के अनुसार भारत का प्रथम नागरिक कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत की तीनों सेनाओं का सर्वोच्च सेनापति कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत के राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु कितनी होनी चाहिए— 35 वर्ष
● राष्ट्रपति का चुनाव किस पद्धति द्वारा होता है— समानुपातिक प्रतिनिधित्व एंव एकल संक्रमणीय प्रणाली द्वारा
● भारत के राष्ट्रपति का चुनाव कौन संचालित करता है— निर्वाचन आयोग
● राष्ट्रपति के चुनाव संबंधी मामले कहाँ भेजे जाते हैं— उच्चतम् न्यायालय में
● भारत के राष्ट्रपति का चुनाव किनते वर्षों के लिए होता है— 5 वर्ष
● राष्ट्रपति को उनके पद से कैसे हटाया जा सकता है— संसद द्वारा महाभियोग चलाकर
● राष्ट्रपति पर महाभियोग किस आधार पर लगाया जाता है— संविधान का अतिक्रमण करने पर
● राष्ट्रपति पर महाभियोग किस आधार पर लगाया जाता है— अमेरिका से
● भारत के राष्ट्रपति को पद एवं गोपनीयता की शपथ कौन दिलाता है— भारत का मुख्य न्यायाधीश
● संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत राष्ट्रपति मुख्य न्यायाधीश के समक्ष शपथ ग्रहण करता है— अनुच्छेद-60
● राष्ट्रपति अपना त्यागपत्र किसे सौंपता है— उपराष्ट्रपति को
● राष्ट्रपति के त्यागपत्र की सूचना उपराष्ट्रपति किसे देता है— लोकसभाध्यक्ष को
● भारत के कौन-से राष्ट्रपति निर्विरोध चुने गए थे— नीलम संजीव रेड्डी
● स्वतंत्र भारत के प्रथम राष्ट्रपति किस राज्य के थे— बिहार से
● भारत के किस राष्ट्रपति की मृत्यु कार्यकाल खत्म होने से पहले हुई— डॉ. जाकिर हुसैन
● भारत का राष्ट्रपति किसकी नियुक्ति नहीं करता है— उपराष्ट्रपति की
● वित्त बिल के लिए किसकी स्वीकृति आवश्यक है— राष्ट्रपति
● लोकसभा व राज्यसभा में राष्ट्रपति कुल कितने सदस्य मनोनीत कर सकता है— 14
● भारत के राष्ट्रपति को कौन सलाह देता है— संघीय मंत्रीपरिषद
● कौन-सा व्यक्ति कार्यवाहक राष्ट्रपति तथा उच्चतम न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश रहा— एम. हिदायतुल्ला
● किस विधेयक को राष्ट्रपति पुनर्विचार के लिए नहीं लौटाता है— धन विधेयक को
● युद्ध अथवा बाहरी आक्रमण की स्थिति में आक्रमणकारी के विरुद्ध युद्ध की घोषण कौन कर सकता है— राष्ट्रपति
● किसी व्यक्ति को दोषी पाये जाने पर कौन उसे क्षमादान दे सकता है— राष्ट्रपति
● भारत के राष्ट्रपति ने किस मामले में वीटो शक्ति का प्रयोग किया था— भारतीय डाकघर अधिनियम
● भारत के राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति की अनुप्स्थिति में कार्यभार कौन ग्रहण करेगा— सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश
● अध्यादेश जारी करने का अधिकार राष्ट्रपति का कौन-सा अधिकार है— विधायी अधिकार
● भारत का राष्ट्रपति किसके द्वारा चुना जाता है— सांसदों व विधानसभा सदस्यों द्वारा
● श्रीमति प्रतिभा पाटिल भारतीय गणतंत्र में कौन-सी राष्ट्रपति बनी थीं— 12वीं
● कौन-से राष्ट्रपति दो बार राष्ट्रपति चुने गए— डॉ. राजेंद्र प्रसाद
● किसी भौगोलिक क्षेत्र को अनुसूचित क्षेत्र घोषित करने का अधिकार किसको है— राष्ट्रपति को
महत्त्वपूर्ण बिंदु-
● भारत का संवैधानिक अध्यक्ष कौन होता है— राष्ट्रपति
● भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का चुनाव कैसे हुआ— संविधान सभा द्वारा
● भारत का राष्ट्रपति राज्यसभा में कितने सदस्य मनोनीत कर सकता है— 12
● भारत के राष्ट्रपति का वेतन कितना है— 1,50,000 रुपए प्रतिमाह
● किसी राज्य में राष्ट्रपति शासन किसने समय के लिए रह सकता है— 3 वर्ष
● राज्य में राष्ट्रपति शासन की घोषणा कौन करता है— राष्ट्रपति
● भारतीय संविधान के अनुसार भारत का राष्ट्रपति राज्य का क्या होता है— राज्य का संवैधानिक अध्यक्ष
● भारत के राष्ट्रपति का चुनाव कैसे होता है— अप्रत्यक्ष रूप से
● राष्ट्रपति चुनाव के लिए प्रस्तावक एवं अनुमोदकों की संख्या कितनी होती है— 50-50
● भारत में किसके चुनाव में अनुपातिक प्रतिनिधित्व चुनाव प्रणाली अपनाई जाती है— राष्ट्रपति के चुनाव में
● राष्ट्रपति पद रिक्त होने पर कितने समय में भरना आवश्यक है— 6 माह में
● भारत के राष्ट्रपति की मर्जी तक किसी राज्य में अपने पद पर कौन रह सकता है— राज्यपाल
● राष्ट्रपति किस सूची के विषय पर अध्यादेश जारी कर सकता है— संघ व समवर्ती सूची पर
● जब किसी विधेयक को संसद में प्रस्तुत किया जाता है तो किसकी अनुमति के बाद वह अधिनियम बन जाता है— राष्ट्रपति की अनुमति के बाद
राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार को लोकसभा का सदस्य बनने की योग्यता होना चाहिए और सरकार के अधीन कोई लाभ का पद धारण नहीं करना चाहिए।
राष्ट्रपति के निर्वाचन सम्बन्धी किसी भी विवाद में निणर्य लेने का अधिकार उच्चतम न्यायालय को है।
राष्ट्रपति अधिकतम कितनी भी बार पद पर रह सकते हैं। अधिकतम की कोई सीमा तय नही हैं ।
Saturday, 8 August 2015
शैवधर्म (शिव से संबंधित धर्म)
भगवान शिव तथा उनके अवतारों को मानने वालों को शैव कहते हैं. शैव में शाक्त, नाथ, दसनामी, नाग आदि उप संप्रदाय हैं. महाभारत में माहेश्वरों (शैव) के चार सम्प्रदाय बतलाए गए हैं: (i) शैव (ii) पाशुपत (iii) कालदमन (iv) कापालिक. शैवमत का मूलरूप ॠग्वेद में रुद्र की आराधना में हैं. 12 रुद्रों में प्रमुख रुद्र ही आगे चलकर शिव, शंकर, भोलेनाथ और महादेव कहलाए.
शैव धर्म से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और तथ्य:
(1) भगवान शिव की पूजा करने वालों को शैव और शिव से संबंधित धर्म को शैवधर्म कहा जाता है.
(2) शिवलिंग उपासना का प्रारंभिक पुरातात्विक साक्ष्य हड़प्पा संस्कृति के अवशेषों से मिलता है.
(3) ऋग्वेद में शिव के लिए रुद्र नामक देवता का उल्लेख है.
(4) अथर्ववेद में शिव को भव, शर्व, पशुपति और भूपति कहा जाता है.
(5) लिंगपूजा का पहला स्पष्ट वर्णन मत्स्यपुराण में मिलता है.
(6) महाभारत के अनुशासन पर्व से भी लिंग पूजा का वर्णन मिलता है.
(7) वामन पुराण में शैव संप्रदाय की संख्या चार बताई गई है:
(i) पाशुपत
(ii) काल्पलिक
(iii) कालमुख
(iv) लिंगायत
(7) पाशुपत संप्रदाय शैवों का सबसे प्राचीन संप्रदाय है, इसके संस्थापक लवकुलीश थे. जिन्हें भगवान शिव के 18 अवतारों में से एक माना जाता है.
(8) पाशुपत संप्रदाय के अनुयायियों को पंचार्थिक कहा गया, इस मत का सैद्धांतिक ग्रंथ पाशुपत सूत्र है.
(9) कापलिक संप्रदाय के ईष्ट देव भैरव थे, इस संप्रदाय का प्रमुख केंद्र शैल नामक स्थान था.
(10) कालामुख संप्रदाय के अनुयायिओं को शिव पुराण में महाव्रतधर कहा जाता है. इस संप्रदाय के लोग नर-पकाल में ही भोजन, जल और सरापान करते थे और शरीर पर चिता की भस्म मलते थे.
(11) लिंगायत समुदाय दक्षिण में काफी प्रचलित था. इन्हें जंगम बी कहा जाता है, इस संप्रदाय के लोग शिव लिंग की उपासना करते थे.
(12) बसव पुराण में लिंगायत समुदाय के प्रवर्तक उल्लभ प्रभु और उनके शिष्य बासव को बताया गया है, इस संप्रदाय को वीरशिव संप्रदाय भी कहा जाता था.
(13) दसवीं शताब्दी में मत्स्येंद्रनाथ ने नाथ संप्रदाय की स्थापना की, इस संप्रदाय का व्यापक प्रचार प्रसार बाबा गोरखनाथ के समय में हुआ.
(14) दक्षिण भारत में शैवधर्म चालुक्य, राष्ट्रकूट, पल्लव और चोलों के समय लोकप्रिय रहा.
(15) नायनारों संतों की संख्या 63 बताई गई है. जिनमें उप्पार, तिरूज्ञान, संबंदर और सुंदर मूर्ति के नाम उल्लेखनीय है.
(16) पल्लवकाल में शैव धर्म का प्रचार प्रसार नायनारों ने किया.
(17) ऐलेरा के कैलाश मदिंर का निर्माण राष्ट्रकूटों ने करवाया.
(18) चोल शालक राजराज प्रथम ने तंजौर में राजराजेश्वर शैव मंदिर का निर्माण करवाया था.
(19) कुषाण शासकों की मुद्राओं पर शिंव और नंदी का एक साथ अंकन प्राप्त होता है.
(20) शिव पुराण में शिव के दशावतारों के अलावा अन्य का वर्णन मिलता है. ये दसों अवतार तंत्रशास्त्र से संबंधित हैं
(i) महाकाल
(ii) तारा
(iii) भुवनेश
(iv) षोडश
(v) भैरव
(vi) छिन्नमस्तक गिरिजा
(vii) धूम्रवान
(viii) बगलामुखी
(ix) मातंग
(x) कमल
(21) शिव के अन्य ग्यारह अवतार हैं:
(i) कपाली
(ii) पिंगल
(iii) भीम
(iv) विरुपाक्ष
(v) विलोहित
(vi) शास्ता
(vii) अजपाद
(viii) आपिर्बुध्य
(ix) शम्भ
(x) चण्ड
(xi) भव
(22) शैव ग्रंथ इस प्रकार हैं:
(i) श्वेताश्वतरा उपनिषद
(ii) शिव पुराण
(iii) आगम ग्रंथ
(iv) तिरुमुराई
(23) शैव तीर्थ इस प्रकार हैं:
(i) बनारस
(ii) केदारनाथ
(iii) सोमनाथ
(iv) रामेश्वरम
(v) चिदम्बरम
(vi) अमरनाथ
(vii) कैलाश मानसरोवर
(24) शैव सम्प्रदाय के संस्कार इस प्रकार हैं:
(i) शैव संप्रदाय के लोग एकेश्वरवादी होते हैं.
(ii) इसके संन्यासी जटा रखते हैं.
(iii) इसमें सिर तो मुंडाते हैं, लेकिन चोटी नहीं रखते.
(iv) इनके अनुष्ठान रात्रि में होते हैं.
(v) इनके अपने तांत्रिक मंत्र होते हैं.
(vi) यह निर्वस्त्र भी रहते हैं, भगवा वस्त्र भी पहनते हैं और हाथ में कमंडल, चिमटा रखकर धूनी भी रमाते हैं.
(vii) शैव चंद्र पर आधारित व्रत उपवास करते हैं.
(viii) शैव संप्रदाय में समाधि देने की परंपरा है.
(ix) शैव मंदिर को शिवालय कहते हैं जहां सिर्फ शिवलिंग होता है.
(x)यह भभूति तीलक आड़ा लगाते हैं.
(25) शैव साधुओं को नाथ, अघोरी, अवधूत, बाबा, ओघड़, योगी, सिद्ध कहा जाता है.
शैव धर्म से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और तथ्य:
(1) भगवान शिव की पूजा करने वालों को शैव और शिव से संबंधित धर्म को शैवधर्म कहा जाता है.
(2) शिवलिंग उपासना का प्रारंभिक पुरातात्विक साक्ष्य हड़प्पा संस्कृति के अवशेषों से मिलता है.
(3) ऋग्वेद में शिव के लिए रुद्र नामक देवता का उल्लेख है.
(4) अथर्ववेद में शिव को भव, शर्व, पशुपति और भूपति कहा जाता है.
(5) लिंगपूजा का पहला स्पष्ट वर्णन मत्स्यपुराण में मिलता है.
(6) महाभारत के अनुशासन पर्व से भी लिंग पूजा का वर्णन मिलता है.
(7) वामन पुराण में शैव संप्रदाय की संख्या चार बताई गई है:
(i) पाशुपत
(ii) काल्पलिक
(iii) कालमुख
(iv) लिंगायत
(7) पाशुपत संप्रदाय शैवों का सबसे प्राचीन संप्रदाय है, इसके संस्थापक लवकुलीश थे. जिन्हें भगवान शिव के 18 अवतारों में से एक माना जाता है.
(8) पाशुपत संप्रदाय के अनुयायियों को पंचार्थिक कहा गया, इस मत का सैद्धांतिक ग्रंथ पाशुपत सूत्र है.
(9) कापलिक संप्रदाय के ईष्ट देव भैरव थे, इस संप्रदाय का प्रमुख केंद्र शैल नामक स्थान था.
(10) कालामुख संप्रदाय के अनुयायिओं को शिव पुराण में महाव्रतधर कहा जाता है. इस संप्रदाय के लोग नर-पकाल में ही भोजन, जल और सरापान करते थे और शरीर पर चिता की भस्म मलते थे.
(11) लिंगायत समुदाय दक्षिण में काफी प्रचलित था. इन्हें जंगम बी कहा जाता है, इस संप्रदाय के लोग शिव लिंग की उपासना करते थे.
(12) बसव पुराण में लिंगायत समुदाय के प्रवर्तक उल्लभ प्रभु और उनके शिष्य बासव को बताया गया है, इस संप्रदाय को वीरशिव संप्रदाय भी कहा जाता था.
(13) दसवीं शताब्दी में मत्स्येंद्रनाथ ने नाथ संप्रदाय की स्थापना की, इस संप्रदाय का व्यापक प्रचार प्रसार बाबा गोरखनाथ के समय में हुआ.
(14) दक्षिण भारत में शैवधर्म चालुक्य, राष्ट्रकूट, पल्लव और चोलों के समय लोकप्रिय रहा.
(15) नायनारों संतों की संख्या 63 बताई गई है. जिनमें उप्पार, तिरूज्ञान, संबंदर और सुंदर मूर्ति के नाम उल्लेखनीय है.
(16) पल्लवकाल में शैव धर्म का प्रचार प्रसार नायनारों ने किया.
(17) ऐलेरा के कैलाश मदिंर का निर्माण राष्ट्रकूटों ने करवाया.
(18) चोल शालक राजराज प्रथम ने तंजौर में राजराजेश्वर शैव मंदिर का निर्माण करवाया था.
(19) कुषाण शासकों की मुद्राओं पर शिंव और नंदी का एक साथ अंकन प्राप्त होता है.
(20) शिव पुराण में शिव के दशावतारों के अलावा अन्य का वर्णन मिलता है. ये दसों अवतार तंत्रशास्त्र से संबंधित हैं
(i) महाकाल
(ii) तारा
(iii) भुवनेश
(iv) षोडश
(v) भैरव
(vi) छिन्नमस्तक गिरिजा
(vii) धूम्रवान
(viii) बगलामुखी
(ix) मातंग
(x) कमल
(21) शिव के अन्य ग्यारह अवतार हैं:
(i) कपाली
(ii) पिंगल
(iii) भीम
(iv) विरुपाक्ष
(v) विलोहित
(vi) शास्ता
(vii) अजपाद
(viii) आपिर्बुध्य
(ix) शम्भ
(x) चण्ड
(xi) भव
(22) शैव ग्रंथ इस प्रकार हैं:
(i) श्वेताश्वतरा उपनिषद
(ii) शिव पुराण
(iii) आगम ग्रंथ
(iv) तिरुमुराई
(23) शैव तीर्थ इस प्रकार हैं:
(i) बनारस
(ii) केदारनाथ
(iii) सोमनाथ
(iv) रामेश्वरम
(v) चिदम्बरम
(vi) अमरनाथ
(vii) कैलाश मानसरोवर
(24) शैव सम्प्रदाय के संस्कार इस प्रकार हैं:
(i) शैव संप्रदाय के लोग एकेश्वरवादी होते हैं.
(ii) इसके संन्यासी जटा रखते हैं.
(iii) इसमें सिर तो मुंडाते हैं, लेकिन चोटी नहीं रखते.
(iv) इनके अनुष्ठान रात्रि में होते हैं.
(v) इनके अपने तांत्रिक मंत्र होते हैं.
(vi) यह निर्वस्त्र भी रहते हैं, भगवा वस्त्र भी पहनते हैं और हाथ में कमंडल, चिमटा रखकर धूनी भी रमाते हैं.
(vii) शैव चंद्र पर आधारित व्रत उपवास करते हैं.
(viii) शैव संप्रदाय में समाधि देने की परंपरा है.
(ix) शैव मंदिर को शिवालय कहते हैं जहां सिर्फ शिवलिंग होता है.
(x)यह भभूति तीलक आड़ा लगाते हैं.
(25) शैव साधुओं को नाथ, अघोरी, अवधूत, बाबा, ओघड़, योगी, सिद्ध कहा जाता है.
बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और दर्शन है. इसके प्रस्थापक महात्मा बुद्ध शाक्यमुनि (गौतम बुद्ध) थे. वे 563 ईसा पूर्व से 483 ईसा पूर्व तक रहे. ईसाई और इस्लाम धर्म से पहले बौद्ध धर्म की उत्पत्ति हुई थी. दोनों धर्म के बाद यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा धर्म है. इस धर्म को मानने वाले ज्यादातर चीन, जापान, कोरिया, थाईलैंड, कंबोडिया, श्रीलंका, नेपाल, भूटान और भारत जैसे कई देशों में रहते हैं:
(1) बौद्ध धर्म के संस्थापक थे गौतम बुद्ध. इन्हें एशिया का ज्योति पुंज कहा जाता है.
(2) गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई. पूर्व के बीच शाक्य गणराज्य की तत्कालीन राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी, नेपाल में हुआ था.
(3) इनके पिता शुद्धोधन शाक्य गण के मुखिया थे.
(4) सिद्धार्थ के जन्म के सात दिन बाद ही उनकी मां मायादेवी का देहांत हो गया था.
(5) सिद्धार्थ की सौतेली मां प्रजापति गौतमी ने उनको पाला.
(6) इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था.
(7) सिद्धार्थ का 16 साल की उम्र में दंडपाणि शाक्य की कन्या यशोधरा के साथ विवाह हुआ.
(8) इनके पुत्र का नाम राहुल था.
(9) सिद्धार्थ जब कपिलावस्तु की सैर के लिए निकले तो उन्होंने चार दृश्यों को देखा:
(i) बूढ़ा व्यक्ति
(ii) एक बिमार व्यक्ति
(iii) शव
(iv) एक संयासी
(10) सांसारिक समस्याओं से दुखी होकर सिद्धार्थ ने 29 साल की आयु में घर छोड़ दिया. जिसे बौद्ध धर्म में महाभिनिष्कमण कहा जाता है.
(11) गृह त्याग के बाद बुद्ध ने वैशाली के आलारकलाम से सांख्य दर्शन की शिक्षा ग्रहण की.
(12) आलारकलाम सिद्धार्थ के प्रथम गुरू थे.
(13) आलारकलाम के बाद सिद्धार्थ ने राजगीर के रूद्रकरामपुत्त से शिक्षा ग्रहण की.
(14) उरूवेला में सिद्धार्थ को कौण्डिन्य, वप्पा, भादिया, महानामा और अस्सागी नाम के 5 साधक मिले.
(15) बिना अन्न जल ग्रहण किए 6 साल की कठिन तपस्या के बाद 35 साल की आयु में वैशाख की पूर्णिमा की रात निरंजना नदी के किनारे, पीपल के पेड़ के नीचे सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ.
(16) ज्ञान प्राप्ति के बाद सिद्धार्थ बुद्ध के नाम से जाने जाने लगे. जिस जगह उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ उसे बोधगया के नाम से जाना जाता है.
(17) बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया जिसे बौद्ध ग्रंथों में धर्मचक्र प्रवर्तन कहा जाता है.
(18) बुद्ध ने अपने उपदेश कोशल, कौशांबी और वैशाली राज्य में पालि भाषा में दिए.
(19) बुद्ध ने अपने सर्वाधिक उपदेश कौशल देश की राजधानी श्रीवस्ती में दिए.
(20) इनके प्रमुख अनुयायी शासक थे:
(i) बिंबसार
(ii) प्रसेनजित
(iii) उदयन
(21) बुद्ध की मृत्यु 80 साल की उम्र में कुशीनारा में चुन्द द्वारा अर्पित भोजन करने के बाद हो गई. जिसे बौद्ध धर्म में महापरिनिर्वाण कहा गया है.
(22) मल्लों ने बेहद सम्मान पूर्वक बुद्ध का अंत्येष्टि संस्कार किया.
(23) एक अनुश्रुति के अनुसार मृत्यु के बाद बुद्ध के शरीर के अवशेषों को आठ भागों में बांटकर उन पर आठ स्तूपों का निर्माण कराया गया.
(24) बुद्ध के जन्म और मृत्यु की तिथि को चीनी पंरपरा के कैंटोन अभिलेख के आधार पर निश्चित किया गया है.
(25) बौद्ध धर्म के बारे में हमें विशद ज्ञान पालि त्रिपिटक से प्राप्त होता है.
(26) बौद्ध धर्म अनीश्वरवादी है और इसमें आत्मा की परिकल्पना भी नहीं है.
(27) बौद्ध धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता है.
(28) तृष्णा को क्षीण हो जाने की अवस्था को ही बुद्ध ने निर्वाण कहा है.
(29) बुद्ध के अनुयायी दो भागों मे विभाजित थे:
(i) भिक्षुक- बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए जिन लोगों ने संयास लिया उन्हें भिक्षुक कहा जाता है.
(ii) उपासक- गृहस्थ जीवन व्यतीत करते हुए बौद्ध धर्म अपनाने वालों को उपासक कहते हैं. इनकी न्यूनत्तम आयु 15 साल है.
(30) बौद्धसंघ में प्रविष्ट होने को उपसंपदा कहा जाता है.
(31) प्रविष्ठ बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं-
(i) बुद्ध
(ii) धम्म
(iii) संघ
(32) चतुर्थ बौद्ध संगीति के बाद बौद्ध धर्म दो भागों में विभाजित हो गया:
(i) हीनयान
(ii) महायान
(33) धार्मिक जुलूस सबसे पहले बौद्ध धर्म में ही निकाला गया था.
(34) बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र त्यौहार वैशाख पूर्णिमा है जिसे बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है.
(35) बुद्ध ने सांसारिक दुखों के संबंध में चार आर्य सत्यों का उपदेश दिया है. ये हैं
(i) दुख
(ii) दुख समुदाय
(iii) दुख निरोध
(iv) दुख निरोधगामिनी प्रतिपदा
(36) सांसारिक दुखों से मुक्ति के लिए बुद्ध ने अष्टांगिक मार्ग की बात कही. ये साधन हैं.
(i) सम्यक दृष्टि
(ii) सम्यक संकल्प
(iii) सम्यक वाणी
(iv) सम्यक कर्मांत
(v) सम्यक आजीव
(vi) सम्यक व्यायाम
(vii) सम्यक स्मृति
(viii) सम्यक समाधि
(37) बुद्ध के अनुसार अष्टांगिक मार्गों के पालन करने के उपरांत मनुष्य की भव तृष्णा नष्ट हो जाती है और उसे निर्वाण प्राप्त होता है.
(38) बुद्ध ने निर्वाण प्राप्ति के लिए 10 चीजों पर जोर दिया है:
(i) अहिंसा
(ii) सत्य
(iii) चोरी न करना
(iv) किसी भी प्रकार की संपत्ति न रखना
(v) शराब का सेवन न करना
(vi) असमय भोजन करना
(vii) सुखद बिस्तर पर न सोना
(viii) धन संचय न करना
(ix) महिलाओं से दूर रहना
(X) नृत्य गान आदि से दूर रहना.
(39) बुद्ध ने मध्यम मार्ग का उपदेश दिया.
(40) अनीश्वरवाद के संबंध में बौद्धधर्म और जैन धर्म में समानता है.
(41) जातक कथाएं प्रदर्शित करती हैं कि बोधिसत्व का अवतार मनुष्य रूप में भी हो सकता है और पशुओं के रूप में भी.
(42) बोधिसत्व के रूप में पुनर्जन्मों की दीर्घ श्रृंखला के अंतर्गत बुद्ध ने शाक् मुनि के रूप में अपना अंतिम जन्म प्राप्त किया.
(43) सर्वाधिक बुद्ध की मूर्तियों का निर्माण गंधार शैली के अंतर्गत किया गया था. लेकिन बुद्ध की प्रथम मूर्ति मथुरा कला के अंतर्गत बनी थी.
(1) बौद्ध धर्म के संस्थापक थे गौतम बुद्ध. इन्हें एशिया का ज्योति पुंज कहा जाता है.
(2) गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई. पूर्व के बीच शाक्य गणराज्य की तत्कालीन राजधानी कपिलवस्तु के निकट लुंबिनी, नेपाल में हुआ था.
(3) इनके पिता शुद्धोधन शाक्य गण के मुखिया थे.
(4) सिद्धार्थ के जन्म के सात दिन बाद ही उनकी मां मायादेवी का देहांत हो गया था.
(5) सिद्धार्थ की सौतेली मां प्रजापति गौतमी ने उनको पाला.
(6) इनके बचपन का नाम सिद्धार्थ था.
(7) सिद्धार्थ का 16 साल की उम्र में दंडपाणि शाक्य की कन्या यशोधरा के साथ विवाह हुआ.
(8) इनके पुत्र का नाम राहुल था.
(9) सिद्धार्थ जब कपिलावस्तु की सैर के लिए निकले तो उन्होंने चार दृश्यों को देखा:
(i) बूढ़ा व्यक्ति
(ii) एक बिमार व्यक्ति
(iii) शव
(iv) एक संयासी
(10) सांसारिक समस्याओं से दुखी होकर सिद्धार्थ ने 29 साल की आयु में घर छोड़ दिया. जिसे बौद्ध धर्म में महाभिनिष्कमण कहा जाता है.
(11) गृह त्याग के बाद बुद्ध ने वैशाली के आलारकलाम से सांख्य दर्शन की शिक्षा ग्रहण की.
(12) आलारकलाम सिद्धार्थ के प्रथम गुरू थे.
(13) आलारकलाम के बाद सिद्धार्थ ने राजगीर के रूद्रकरामपुत्त से शिक्षा ग्रहण की.
(14) उरूवेला में सिद्धार्थ को कौण्डिन्य, वप्पा, भादिया, महानामा और अस्सागी नाम के 5 साधक मिले.
(15) बिना अन्न जल ग्रहण किए 6 साल की कठिन तपस्या के बाद 35 साल की आयु में वैशाख की पूर्णिमा की रात निरंजना नदी के किनारे, पीपल के पेड़ के नीचे सिद्धार्थ को ज्ञान प्राप्त हुआ.
(16) ज्ञान प्राप्ति के बाद सिद्धार्थ बुद्ध के नाम से जाने जाने लगे. जिस जगह उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ उसे बोधगया के नाम से जाना जाता है.
(17) बुद्ध ने अपना पहला उपदेश सारनाथ में दिया जिसे बौद्ध ग्रंथों में धर्मचक्र प्रवर्तन कहा जाता है.
(18) बुद्ध ने अपने उपदेश कोशल, कौशांबी और वैशाली राज्य में पालि भाषा में दिए.
(19) बुद्ध ने अपने सर्वाधिक उपदेश कौशल देश की राजधानी श्रीवस्ती में दिए.
(20) इनके प्रमुख अनुयायी शासक थे:
(i) बिंबसार
(ii) प्रसेनजित
(iii) उदयन
(21) बुद्ध की मृत्यु 80 साल की उम्र में कुशीनारा में चुन्द द्वारा अर्पित भोजन करने के बाद हो गई. जिसे बौद्ध धर्म में महापरिनिर्वाण कहा गया है.
(22) मल्लों ने बेहद सम्मान पूर्वक बुद्ध का अंत्येष्टि संस्कार किया.
(23) एक अनुश्रुति के अनुसार मृत्यु के बाद बुद्ध के शरीर के अवशेषों को आठ भागों में बांटकर उन पर आठ स्तूपों का निर्माण कराया गया.
(24) बुद्ध के जन्म और मृत्यु की तिथि को चीनी पंरपरा के कैंटोन अभिलेख के आधार पर निश्चित किया गया है.
(25) बौद्ध धर्म के बारे में हमें विशद ज्ञान पालि त्रिपिटक से प्राप्त होता है.
(26) बौद्ध धर्म अनीश्वरवादी है और इसमें आत्मा की परिकल्पना भी नहीं है.
(27) बौद्ध धर्म में पुनर्जन्म की मान्यता है.
(28) तृष्णा को क्षीण हो जाने की अवस्था को ही बुद्ध ने निर्वाण कहा है.
(29) बुद्ध के अनुयायी दो भागों मे विभाजित थे:
(i) भिक्षुक- बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए जिन लोगों ने संयास लिया उन्हें भिक्षुक कहा जाता है.
(ii) उपासक- गृहस्थ जीवन व्यतीत करते हुए बौद्ध धर्म अपनाने वालों को उपासक कहते हैं. इनकी न्यूनत्तम आयु 15 साल है.
(30) बौद्धसंघ में प्रविष्ट होने को उपसंपदा कहा जाता है.
(31) प्रविष्ठ बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं-
(i) बुद्ध
(ii) धम्म
(iii) संघ
(32) चतुर्थ बौद्ध संगीति के बाद बौद्ध धर्म दो भागों में विभाजित हो गया:
(i) हीनयान
(ii) महायान
(33) धार्मिक जुलूस सबसे पहले बौद्ध धर्म में ही निकाला गया था.
(34) बौद्ध धर्म का सबसे पवित्र त्यौहार वैशाख पूर्णिमा है जिसे बुद्ध पूर्णिमा कहा जाता है.
(35) बुद्ध ने सांसारिक दुखों के संबंध में चार आर्य सत्यों का उपदेश दिया है. ये हैं
(i) दुख
(ii) दुख समुदाय
(iii) दुख निरोध
(iv) दुख निरोधगामिनी प्रतिपदा
(36) सांसारिक दुखों से मुक्ति के लिए बुद्ध ने अष्टांगिक मार्ग की बात कही. ये साधन हैं.
(i) सम्यक दृष्टि
(ii) सम्यक संकल्प
(iii) सम्यक वाणी
(iv) सम्यक कर्मांत
(v) सम्यक आजीव
(vi) सम्यक व्यायाम
(vii) सम्यक स्मृति
(viii) सम्यक समाधि
(37) बुद्ध के अनुसार अष्टांगिक मार्गों के पालन करने के उपरांत मनुष्य की भव तृष्णा नष्ट हो जाती है और उसे निर्वाण प्राप्त होता है.
(38) बुद्ध ने निर्वाण प्राप्ति के लिए 10 चीजों पर जोर दिया है:
(i) अहिंसा
(ii) सत्य
(iii) चोरी न करना
(iv) किसी भी प्रकार की संपत्ति न रखना
(v) शराब का सेवन न करना
(vi) असमय भोजन करना
(vii) सुखद बिस्तर पर न सोना
(viii) धन संचय न करना
(ix) महिलाओं से दूर रहना
(X) नृत्य गान आदि से दूर रहना.
(39) बुद्ध ने मध्यम मार्ग का उपदेश दिया.
(40) अनीश्वरवाद के संबंध में बौद्धधर्म और जैन धर्म में समानता है.
(41) जातक कथाएं प्रदर्शित करती हैं कि बोधिसत्व का अवतार मनुष्य रूप में भी हो सकता है और पशुओं के रूप में भी.
(42) बोधिसत्व के रूप में पुनर्जन्मों की दीर्घ श्रृंखला के अंतर्गत बुद्ध ने शाक् मुनि के रूप में अपना अंतिम जन्म प्राप्त किया.
(43) सर्वाधिक बुद्ध की मूर्तियों का निर्माण गंधार शैली के अंतर्गत किया गया था. लेकिन बुद्ध की प्रथम मूर्ति मथुरा कला के अंतर्गत बनी थी.
जैन धर्म
दुनिया के सबसे प्राचीन धर्म जैन धर्म को श्रमणों का धर्म कहा जाता है. जैन धर्म का संस्थापक ऋषभ देव को माना जाता है, जो जैन धर्म के पहले तीर्थंकर थे और भारत के चक्रवर्ती सम्राट भरत के पिता थे. वेदों में प्रथम तीर्थंकर ऋषभनाथ का उल्लेख मिलता है. माना जाता है कि वैदिक साहित्य में जिन यतियों और व्रात्यों का उल्लेख मिलता है वे ब्राह्मण परंपरा के न होकर श्रमण परंपरा के ही थे. मनुस्मृति में लिच्छवि, नाथ, मल्ल आदि क्षत्रियों को व्रात्यों में गिना है. आर्यों के काल में ऋषभदेव और अरिष्टनेमि को लेकर जैन धर्म की परंपरा का वर्णन भी मिलता है. महाभारतकाल में इस धर्म के प्रमुख नेमिनाथ थे:
(1) जैन धर्म के संस्थापक और पहले तीर्थंकर थे- ऋषभदेव.
(2) जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे- पार्श्वनाथ
(3) पार्श्वनाथ काशी के इक्ष्वाकु वंशीय राजा अग्रसेन के पुत्र थे.
(4) पार्श्वनाथ को 30 साल की उम्र में वैराग्य उत्पन्न हुआ, जिस कारण वो गृह त्यागकर संयासी हो गए.
(5) पार्श्वनाथ के द्वारा दी गई शिक्षा थी- हिंसा न करना, चोरी नृ करना, हमेशा सच बोलना, संपत्ति न रखना.
(6) महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं.
(7) महावीर का जन्म 540 ई. पू. पहले वैशाली गणतंत्र के क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था.
(8) इनके पिता राजा सिद्धार्थ ज्ञातृक कुल के सरदार थे और माता त्रिशला लिच्छिवी राजा चेटक की बहन थीं.
(9) महावीर की पत्नी का नाम यशोदा और पुत्री का नाम अनोज्जा प्रियदर्शनी था.
(10) महावीर के बचपन का नाम वर्द्धमान था.
(11) महावीर का साधना काल 12 साल 6 महीने और 15 दिन का रहा. इस अवधि में भगवान ने तप, संयम और साम्यभाव की विलक्षण साधना की. इसी समय से महावीर जिन (विजेता), अर्हत (पूज्य), निर्ग्रंध (बंधनहीन) कहलाए.
(12) महावीर ने अपना उपदेश प्राकृत यानी अर्धमाग्धी में दिया.
(13) महावीर के पहले अनुयायी उनके दामाद जामिल बने.
(14) प्रथम जैन भिक्षुणी नरेश दधिवाहन की बेटी चंपा थी|
(15) महावीर ने अपने शिष्यों को 11 गणधरों में बांटा था.
(16) आर्य सुधर्मा अकेला ऐसा गंधर्व था जो महावीर की मृत्यु के बाद भी जीवित रहा.
(17) जैन धर्म दो भागों में विभाजित है- श्वेतांबर जो सफेद कपड़े पहनते हैं और दिगंबर जो नग्नावस्था में रहते हैं.
(18) भद्रबाहु के शिष्य दिगंबर और स्थूलभद्र के शिष्य श्वेतांबर कहलाए.
(19) दूसरी जैन सभा 512 में वल्लभी गुजरात में हुई.
(20) जैन धर्म के त्रिरत्न हैं- सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक आचरण.
(21) जैन धर्म में ईश्वर नहीं आत्मा की मान्यता है.
(22) महावीर पुनर्जन्म और कर्मवाद में विश्वास रखते थे.
(23) जैन धर्म ने अपने आध्यात्मिक विचारों को सांख्य दर्शन से ग्रहण किया.
(24) जैन धर्म को मानने वाले राजा थे- उदायिन, वंदराजा, चंद्रगुप्त मौर्य, कलिंग नरेश खारवेल, राजा अमोघवर्ष, चंदेल शासक.
(25) मौर्योत्तर युग में मथुरा जैन धर्म का प्रसिद्ध केंद्र था.
(1) जैन धर्म के संस्थापक और पहले तीर्थंकर थे- ऋषभदेव.
(2) जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे- पार्श्वनाथ
(3) पार्श्वनाथ काशी के इक्ष्वाकु वंशीय राजा अग्रसेन के पुत्र थे.
(4) पार्श्वनाथ को 30 साल की उम्र में वैराग्य उत्पन्न हुआ, जिस कारण वो गृह त्यागकर संयासी हो गए.
(5) पार्श्वनाथ के द्वारा दी गई शिक्षा थी- हिंसा न करना, चोरी नृ करना, हमेशा सच बोलना, संपत्ति न रखना.
(6) महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं.
(7) महावीर का जन्म 540 ई. पू. पहले वैशाली गणतंत्र के क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था.
(8) इनके पिता राजा सिद्धार्थ ज्ञातृक कुल के सरदार थे और माता त्रिशला लिच्छिवी राजा चेटक की बहन थीं.
(9) महावीर की पत्नी का नाम यशोदा और पुत्री का नाम अनोज्जा प्रियदर्शनी था.
(10) महावीर के बचपन का नाम वर्द्धमान था.
(11) महावीर का साधना काल 12 साल 6 महीने और 15 दिन का रहा. इस अवधि में भगवान ने तप, संयम और साम्यभाव की विलक्षण साधना की. इसी समय से महावीर जिन (विजेता), अर्हत (पूज्य), निर्ग्रंध (बंधनहीन) कहलाए.
(12) महावीर ने अपना उपदेश प्राकृत यानी अर्धमाग्धी में दिया.
(13) महावीर के पहले अनुयायी उनके दामाद जामिल बने.
(14) प्रथम जैन भिक्षुणी नरेश दधिवाहन की बेटी चंपा थी|
(15) महावीर ने अपने शिष्यों को 11 गणधरों में बांटा था.
(16) आर्य सुधर्मा अकेला ऐसा गंधर्व था जो महावीर की मृत्यु के बाद भी जीवित रहा.
(17) जैन धर्म दो भागों में विभाजित है- श्वेतांबर जो सफेद कपड़े पहनते हैं और दिगंबर जो नग्नावस्था में रहते हैं.
(18) भद्रबाहु के शिष्य दिगंबर और स्थूलभद्र के शिष्य श्वेतांबर कहलाए.
(19) दूसरी जैन सभा 512 में वल्लभी गुजरात में हुई.
(20) जैन धर्म के त्रिरत्न हैं- सम्यक दर्शन, सम्यक ज्ञान, सम्यक आचरण.
(21) जैन धर्म में ईश्वर नहीं आत्मा की मान्यता है.
(22) महावीर पुनर्जन्म और कर्मवाद में विश्वास रखते थे.
(23) जैन धर्म ने अपने आध्यात्मिक विचारों को सांख्य दर्शन से ग्रहण किया.
(24) जैन धर्म को मानने वाले राजा थे- उदायिन, वंदराजा, चंद्रगुप्त मौर्य, कलिंग नरेश खारवेल, राजा अमोघवर्ष, चंदेल शासक.
(25) मौर्योत्तर युग में मथुरा जैन धर्म का प्रसिद्ध केंद्र था.
(26) जैन तीर्थंकरों की जीवनी कल्पसुत्र में है.
(27) जैन तीर्थंकरों में संस्कृत का अच्छा विद्वान नयनचंद्र था.
(28 ) मथुरा कला का संबंध जैन धर्म से है.
(29) 72 साल में महावीर की मृत्यु 468 ई. पू. में बिहार राज्य के पावापुरी में हुई थी.
(30) मल्लराजा सृस्तिपाल के राजप्रसाद में महावीर को निर्वाण प्राप्त हुआ था.
(39) बुद्ध ने मध्यम मार्ग का उपदेश दिया.
वैष्णव धर्म या सम्प्रदाय से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:
वैष्णव सम्प्रदाय, भगवान विष्णु को ईश्वर मानने वालों का सम्प्रदाय है. वैष्णव धर्म या वैष्णव सम्प्रदाय का प्राचीन नाम भागवत धर्म या पांचरात्र मत है. इस सम्प्रदाय के प्रधान उपास्य देव वासुदेव हैं, जिन्हें, ज्ञान, शक्ति, बल, वीर्य, ऐश्वर्य और तेज- इन 6: गुणों से सम्पन्न होने के कारण भगवान या 'भगवत' कहा गया है और भगवत के उपासक भागवत कहलाते हैं. वैष्णव के बहुत से उप संप्रदाय हैं. जैसे: बैरागी, दास, रामानंद, वल्लभ, निम्बार्क, माध्व, राधावल्लभ, सखी और गौड़ीय. वैष्णव का मूलरूप आदित्य या सूर्य देव की आराधना में मिलता है-
(1) वैष्णव धर्म के बारे में सामान्य जानकारी उपनिषदों से मिलती है. इसका विकास भगवत धर्म से हुआ है.
(2) वैष्णव धर्म के प्रवर्तक कृष्ण थे, जो वृषण कबीले के थे और जिनका निवास स्थान मथुरा था.
(3) कृष्ण का सबसे पहले उल्लेख छांदोग्य उपनिषद में देवकी के बेटे और अंगिरस के शिष्य के रूप में हुआ.
सम्प्रदाय
संस्थापक
आजीवक
मक्खलिपुत्र
घोर अक्रियवादी
पूरण कश्यप
यदृच्छावाद
आचार्य अजित
भौतिकवादी
पकुध कच्चायन (भौतिक दर्शन)
अनिश्चयवादी
संजय वेट्ठलिपुत्र
(4) विष्णु के अवतारों का उल्लेख मत्स्यपुराण में मिलता है.
(5) शास्त्रों में विष्णु के 24 अवतार माने गए हैं, लेकिन मत्स्य पुराण में प्रमुख 10 अवतार माने जाते हैं:
(i) मत्स्य
(ii) कच्छप
(iii) वराह
(iv) नृसिंह
(v) वामन
(vi) परशुराम
(vii) राम
(viii) कृष्ण
(ix) बुद्ध
(x) कल्कि
(6) 24 अवतारों का क्रम इस तरह है:
(i) आदि परषु
(ii) चार सनतकुमार
(iii) वराह
(iv) नारद
(v) नर-नारायण
(vi) कपिल
(vii) दत्तात्रेय
(viii) याज्ञ
(ix) ऋषभ
(x) पृथु
(xi) मतस्य
(xii) कच्छप
(xiii) धनवंतरी
(xiv) मोहिनी
(xv) नृसिंह
(xvi) हयग्रीव
(xvii) वामन
(xviii) परशुराम
(xix) व्यास
(xx) राम
(xxi) बलराम
(xxii) कृष्ण
(xxiii) बुद्ध
(xxiv) कल्कि
प्रमुख सम्प्रदाय, मत एवं आचार्य
प्रमुख सम्पदाय
मत
आचार्य
वैष्णव सम्प्रदाय
विशिष्टाद्वैत
रामानुज
ब्रह्मा सम्प्रदाय
द्वैत
आनंदतीर्थ
रुद्र सम्प्रदाय
शुद्धद्वैत
वल्लभाचार्य
सनक सम्प्रदाय
द्वैताद्वैत
निम्बार्क
(7) वैष्णव धर्म में ईश्वर प्राप्ति के लिए सर्वाधिक महत्व भक्ति को दिया है.
(8) ऋग्वेद में वैष्णव विचारधारा का उल्लेख मिलता है. वैष्ण ग्रंथ इस प्रकार हैं:
(i) ईश्वर संहिता
(ii) पाद्मतन्त
(iii) विष्णुसंहिता
(iv) शतपथ ब्राह्मण
(v) ऐतरेय ब्राह्मण
(vi) महाभारत
(vii) रामायण
( viii) विष्णु पुराण
(8) वैष्ण तीर्थ इस प्रकार हैं:
(i) बद्रीधाम
(ii) मथुरा
(iii) अयोध्या
(iv) तिरुपति बालाजी
(v) श्रीनाथ
(vi) द्वारकाधीश
(9) वैष्णव संस्कार इस प्रकार हैं:
(i) वैष्णव मंदिर में विष्णु राम और कृष्ण की मूर्तियां होती हैं. एकेश्वरवाद के प्रति कट्टर नहीं हैं.
(ii) इसके संन्यासी सिर मुंडाकर चोटी रखते हैं.
(iii) इसके अनुयायी दशाकर्म के दौरान सिर मुंडाते वक्त चोटी रखते हैं.
(iv) ये सभी अनुष्ठान दिन में करते हैं.
(v) यह सात्विक मंत्रों को महत्व देते हैं.
(vi) जनेऊ धारण कर पितांबरी वस्त्र पहनते हैं और हाथ में कमंडल तथा दंडी रखते हैं.
(vii) वैष्णव सूर्य पर आधारित व्रत उपवास करते हैं.
(viii) वैष्णव दाह संस्कार की रीति हैं.
(ix) यह चंदन का तीलक खड़ा लगाते हैं.
(10) वैष्णव साधुओं को आचार्य, संत, स्वामी कहा जाता है.
(1) वैष्णव धर्म के बारे में सामान्य जानकारी उपनिषदों से मिलती है. इसका विकास भगवत धर्म से हुआ है.
(2) वैष्णव धर्म के प्रवर्तक कृष्ण थे, जो वृषण कबीले के थे और जिनका निवास स्थान मथुरा था.
(3) कृष्ण का सबसे पहले उल्लेख छांदोग्य उपनिषद में देवकी के बेटे और अंगिरस के शिष्य के रूप में हुआ.
सम्प्रदाय
संस्थापक
आजीवक
मक्खलिपुत्र
घोर अक्रियवादी
पूरण कश्यप
यदृच्छावाद
आचार्य अजित
भौतिकवादी
पकुध कच्चायन (भौतिक दर्शन)
अनिश्चयवादी
संजय वेट्ठलिपुत्र
(4) विष्णु के अवतारों का उल्लेख मत्स्यपुराण में मिलता है.
(5) शास्त्रों में विष्णु के 24 अवतार माने गए हैं, लेकिन मत्स्य पुराण में प्रमुख 10 अवतार माने जाते हैं:
(i) मत्स्य
(ii) कच्छप
(iii) वराह
(iv) नृसिंह
(v) वामन
(vi) परशुराम
(vii) राम
(viii) कृष्ण
(ix) बुद्ध
(x) कल्कि
(6) 24 अवतारों का क्रम इस तरह है:
(i) आदि परषु
(ii) चार सनतकुमार
(iii) वराह
(iv) नारद
(v) नर-नारायण
(vi) कपिल
(vii) दत्तात्रेय
(viii) याज्ञ
(ix) ऋषभ
(x) पृथु
(xi) मतस्य
(xii) कच्छप
(xiii) धनवंतरी
(xiv) मोहिनी
(xv) नृसिंह
(xvi) हयग्रीव
(xvii) वामन
(xviii) परशुराम
(xix) व्यास
(xx) राम
(xxi) बलराम
(xxii) कृष्ण
(xxiii) बुद्ध
(xxiv) कल्कि
प्रमुख सम्प्रदाय, मत एवं आचार्य
प्रमुख सम्पदाय
मत
आचार्य
वैष्णव सम्प्रदाय
विशिष्टाद्वैत
रामानुज
ब्रह्मा सम्प्रदाय
द्वैत
आनंदतीर्थ
रुद्र सम्प्रदाय
शुद्धद्वैत
वल्लभाचार्य
सनक सम्प्रदाय
द्वैताद्वैत
निम्बार्क
(7) वैष्णव धर्म में ईश्वर प्राप्ति के लिए सर्वाधिक महत्व भक्ति को दिया है.
(8) ऋग्वेद में वैष्णव विचारधारा का उल्लेख मिलता है. वैष्ण ग्रंथ इस प्रकार हैं:
(i) ईश्वर संहिता
(ii) पाद्मतन्त
(iii) विष्णुसंहिता
(iv) शतपथ ब्राह्मण
(v) ऐतरेय ब्राह्मण
(vi) महाभारत
(vii) रामायण
( viii) विष्णु पुराण
(8) वैष्ण तीर्थ इस प्रकार हैं:
(i) बद्रीधाम
(ii) मथुरा
(iii) अयोध्या
(iv) तिरुपति बालाजी
(v) श्रीनाथ
(vi) द्वारकाधीश
(9) वैष्णव संस्कार इस प्रकार हैं:
(i) वैष्णव मंदिर में विष्णु राम और कृष्ण की मूर्तियां होती हैं. एकेश्वरवाद के प्रति कट्टर नहीं हैं.
(ii) इसके संन्यासी सिर मुंडाकर चोटी रखते हैं.
(iii) इसके अनुयायी दशाकर्म के दौरान सिर मुंडाते वक्त चोटी रखते हैं.
(iv) ये सभी अनुष्ठान दिन में करते हैं.
(v) यह सात्विक मंत्रों को महत्व देते हैं.
(vi) जनेऊ धारण कर पितांबरी वस्त्र पहनते हैं और हाथ में कमंडल तथा दंडी रखते हैं.
(vii) वैष्णव सूर्य पर आधारित व्रत उपवास करते हैं.
(viii) वैष्णव दाह संस्कार की रीति हैं.
(ix) यह चंदन का तीलक खड़ा लगाते हैं.
(10) वैष्णव साधुओं को आचार्य, संत, स्वामी कहा जाता है.
ईसाई धर्म से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य:
ईसाई धर्म के प्रवर्तक ईसा मसीह (जीसस क्राइस्ट) का जन्म रोमन साम्राज्य के गैलिली प्रान्त के नजरथ में हुआ था-
(1) ईसाई धर्म के संस्थापक हैं ईसा मसीह.
(2) ईसाई धर्म का प्रमुख ग्रंथ है- बाइबिल.
(3) ईसा मसीह का जन्म जेरूसलम के पास बैथलेहम में हुआ था.
(4) ईसा मसीह की माता का नाम मैरी और पिता का नाम जोसेफ था.
(5) ईसा मसीह ने अपने जीवन के 30 साल एक बढ़ई के रूप में बैथलेहम के पास नाजरेथ में बिताए.
(6) ईसाइयों में बहुत से समुदाय हैं मसलन कैथोलिक, प्रोटैस्टैंट, आर्थोडॉक्स, मॉरोनी, एवनजीलक.
(7) क्रिसमस यानी 25 दिसंबर को ईसा मसीह के जन्मदिन के उपलक्ष में मनाया जाता है.
(8) ईसा मसीह के पहले दो शिष्य थे पीटर और एंड्रयू.
(9) ईसा मसीह को सूली पर रोमन गवर्नर पोंटियस ने चढ़ाया था.
(10) ईसा मसीह को 33 ई. में सूली पर चढ़ाया गया था.
(11) ईसाई धर्म का सबसे पवित्र चिह्न क्रॉस है.
(12) ईसाई एकेश्वरवादी हैं, लेकिन वे ईश्वर को त्रीएक के रूप में समझते हैं- परमपिता परमेश्वर, उनके पुत्र ईसा मसीह (यीशु मसीह) और पवित्र आत्मा |
इस्लाम धर्म से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य
(1) इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद थे.
(2) हजरत मुहम्मद का जन्म 570 ई. में मक्का में हुआ था.
(3) हजरत मुहम्मद को 610 ई. में मक्का के पास हीरा नाम की गुफा में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.
(4) 24 सिंतबर को पैगंबर की मक्का से मदीना की यात्रा इस्लाम जगत में मुस्लिम संवत के नाम से जानी जाती है.
(5) हजरत मुहम्मद की शादी 25 साल की उम्र में खदीजा नाम की विधवा से हुई.
(6) हजरत मुहम्मद की बेटी का नाम फतिमा और दामाद का नाम अली हुसैन है.
(7) देवदूत ग्रैब्रियल ने पैगम्बर मुहम्मद को कुरान अरबी भाषा में संप्रेषित की.
(8) कुरान इस्लाम धर्म का पवित्र ग्रंथ है.
(9) पैगंबर मुहम्मद ने कुरान की शिक्षाओं का उपदेश दिया.
(10) हजरत मुहम्मद की मृत्यु 8 जून 632 ई. को हुई. इन्हें मदीना में दफनाया गया.
(11) हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद इस्लाम शिया और सुन्नी दो पंथों में बंट गया.
(12) सुन्नी उन्हें कहते हैं जो सुन्ना में विश्वास रखते हैं. सुन्ना हजरत मुहम्मद के कथनों और कार्यों का विवरण है.
(13) शिया अली की शिक्षाओं में विश्वास रखते हैं और उन्हें हजरत मुहम्मद का उत्तराधिकारी मानते हैं. अली, हजरत मुहम्मद के दामाद थे.
(14) अली की सन 661 में हत्या कर दी गई थी. अली के बेटे हुसैन की हत्या 680 में कर्बला में की गई थी. इन हत्याओं ने शिया को निश्चित मत का रूप दे दिया.
(15) हजरत मुहम्मद के उत्तराधिकारी खलीफा कहलाए.
(16) इस्लाम जगत में खलीफा पद 1924 ई. तक रहा. 1924 में इसे तुर्की के शासक मुस्तफा कमालपाशा ने खत्म कर दिया.
(17) इब्न ईशाक ने सबसे पहले हजरत मुहम्मद का जीवन चरित्र लिखा था.
(18) हजरत मुहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के नाम से मनाया जाता है.
(2) हजरत मुहम्मद का जन्म 570 ई. में मक्का में हुआ था.
(3) हजरत मुहम्मद को 610 ई. में मक्का के पास हीरा नाम की गुफा में ज्ञान की प्राप्ति हुई थी.
(4) 24 सिंतबर को पैगंबर की मक्का से मदीना की यात्रा इस्लाम जगत में मुस्लिम संवत के नाम से जानी जाती है.
(5) हजरत मुहम्मद की शादी 25 साल की उम्र में खदीजा नाम की विधवा से हुई.
(6) हजरत मुहम्मद की बेटी का नाम फतिमा और दामाद का नाम अली हुसैन है.
(7) देवदूत ग्रैब्रियल ने पैगम्बर मुहम्मद को कुरान अरबी भाषा में संप्रेषित की.
(8) कुरान इस्लाम धर्म का पवित्र ग्रंथ है.
(9) पैगंबर मुहम्मद ने कुरान की शिक्षाओं का उपदेश दिया.
(10) हजरत मुहम्मद की मृत्यु 8 जून 632 ई. को हुई. इन्हें मदीना में दफनाया गया.
(11) हजरत मुहम्मद की मृत्यु के बाद इस्लाम शिया और सुन्नी दो पंथों में बंट गया.
(12) सुन्नी उन्हें कहते हैं जो सुन्ना में विश्वास रखते हैं. सुन्ना हजरत मुहम्मद के कथनों और कार्यों का विवरण है.
(13) शिया अली की शिक्षाओं में विश्वास रखते हैं और उन्हें हजरत मुहम्मद का उत्तराधिकारी मानते हैं. अली, हजरत मुहम्मद के दामाद थे.
(14) अली की सन 661 में हत्या कर दी गई थी. अली के बेटे हुसैन की हत्या 680 में कर्बला में की गई थी. इन हत्याओं ने शिया को निश्चित मत का रूप दे दिया.
(15) हजरत मुहम्मद के उत्तराधिकारी खलीफा कहलाए.
(16) इस्लाम जगत में खलीफा पद 1924 ई. तक रहा. 1924 में इसे तुर्की के शासक मुस्तफा कमालपाशा ने खत्म कर दिया.
(17) इब्न ईशाक ने सबसे पहले हजरत मुहम्मद का जीवन चरित्र लिखा था.
(18) हजरत मुहम्मद के जन्मदिन को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के नाम से मनाया जाता है.
भारत रत्न
भारत रत्न पुरस्कार विजेता (नाम तथा वर्ष):1. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (1954)
2. डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन (1954)
3. श्री चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1954)
4. डॉ. मोक्षगुन्दम विवेस्वरया (1955)
5. श्री जवाहरलाल नेहरू (1955)
6. डॉ. भगवान दास (1955)
7. पं.. गोविंद वल्लभ पंत (1957)
8. डॉ. धोंडे केशव कर्वे (1958)
9. श्री पुरुषोत्तम दास टंडन (1961)
10. डॉ. बिधान चन्द्र रॉय (1961)
11. डॉ. राजेंद्र प्रसाद (1962)
12. डॉ. जाकिर हुसैन (1963)
13. डॉ. पांडुरंग वामन केन (1963)
14. श्री लाल बहादुर शास्त्री (1966)
15. श्रीमती इंदिरा गांधी (1971)
16. वराहगिरी श्री वेंकट गिरि (1975)
17. श्री कुमारस्वामी कामराज (1976)
18. मदर टेरेसा (एग्नेस गोंक्स्हा टेरेसा) (1980)
19. श्री आचार्य विनोबा भावे (1983)
20. खान अब्दुल गफ्फार खान (1987)
21. सिल्विया मरुदुर श्री रामचंद्रन (1988)
22. डॉ. रोलिह्लाहला नेल्सन मंडेला (1990)
23. डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (1990)
24. सरदार वल्लभभाई पटेल (1991)
25. श्री राजीव गांधी (1991)
26. श्री मोरारजी देसाई रंछोदजी (1991)
27. श्री सत्यजीत रे (1992)
28. श्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (1992)
29. श्री जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (1992)
30. गुलजारी श्री लाल नंदा (1997)
31. श्रीमती. अरुणा आसाप अली (1997)
32. (डॉ.) श्री पार्क अवुल जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम (1997)
33. श्रीमती शंमुखावादिवु सुब्बुलक्ष्मी मदुरै (1998)
34. श्री चिदम्बरम ने एस (1998)
35. पंडित रविशंकर (1999)
36. लोकनायक जयप्रकाश नारायण (1999)
37. लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई (1999)
38. प्रोफेस्सर अमर्त्य सेन (1999)
39. उस्ताद बिस्मिल्ला खान (2001)
40. कुमारी लता दीनानाथ मंगेशकर (2001)
41. पंडित भीमसेन जोशी (2008)
42.सी॰ एन॰ आर॰ राव(2013 )
43.सचिन तेंदुलकर(2013)
44.अटल बिहारी वाजपेयी(2014)
45.मदन मोहन मालवीय(2014)
2. डॉ. चंद्रशेखर वेंकट रमन (1954)
3. श्री चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (1954)
4. डॉ. मोक्षगुन्दम विवेस्वरया (1955)
5. श्री जवाहरलाल नेहरू (1955)
6. डॉ. भगवान दास (1955)
7. पं.. गोविंद वल्लभ पंत (1957)
8. डॉ. धोंडे केशव कर्वे (1958)
9. श्री पुरुषोत्तम दास टंडन (1961)
10. डॉ. बिधान चन्द्र रॉय (1961)
11. डॉ. राजेंद्र प्रसाद (1962)
12. डॉ. जाकिर हुसैन (1963)
13. डॉ. पांडुरंग वामन केन (1963)
14. श्री लाल बहादुर शास्त्री (1966)
15. श्रीमती इंदिरा गांधी (1971)
16. वराहगिरी श्री वेंकट गिरि (1975)
17. श्री कुमारस्वामी कामराज (1976)
18. मदर टेरेसा (एग्नेस गोंक्स्हा टेरेसा) (1980)
19. श्री आचार्य विनोबा भावे (1983)
20. खान अब्दुल गफ्फार खान (1987)
21. सिल्विया मरुदुर श्री रामचंद्रन (1988)
22. डॉ. रोलिह्लाहला नेल्सन मंडेला (1990)
23. डॉ. भीमराव रामजी अम्बेडकर (1990)
24. सरदार वल्लभभाई पटेल (1991)
25. श्री राजीव गांधी (1991)
26. श्री मोरारजी देसाई रंछोदजी (1991)
27. श्री सत्यजीत रे (1992)
28. श्री मौलाना अबुल कलाम आजाद (1992)
29. श्री जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा (1992)
30. गुलजारी श्री लाल नंदा (1997)
31. श्रीमती. अरुणा आसाप अली (1997)
32. (डॉ.) श्री पार्क अवुल जैनुलब्दीन अब्दुल कलाम (1997)
33. श्रीमती शंमुखावादिवु सुब्बुलक्ष्मी मदुरै (1998)
34. श्री चिदम्बरम ने एस (1998)
35. पंडित रविशंकर (1999)
36. लोकनायक जयप्रकाश नारायण (1999)
37. लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई (1999)
38. प्रोफेस्सर अमर्त्य सेन (1999)
39. उस्ताद बिस्मिल्ला खान (2001)
40. कुमारी लता दीनानाथ मंगेशकर (2001)
41. पंडित भीमसेन जोशी (2008)
42.सी॰ एन॰ आर॰ राव(2013 )
43.सचिन तेंदुलकर(2013)
44.अटल बिहारी वाजपेयी(2014)
45.मदन मोहन मालवीय(2014)
Friday, 7 August 2015
क्रिकेट से संबन्धित प्रमुख पुरस्कार-
राष्ट्रीय:-
- सी.के. Naydu ट्रॉफी
- देवधर ट्रॉफी
- दिलीप ट्रॉफी
- गावस्कर-बॉर्डर ट्रॉफी
- lrani ट्रॉफी
- सिंगर कप
- सहारा कप
- रणजी ट्राफी
- रोहिंटन बारिया ट्रॉफी
- विल्स ट्रॉफी
- विजय मर्चेंट ट्रॉफी
अंतर्राष्ट्रीय:-
- एशिया कप
- एशेज
- चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी
- शारजाह कप
सामान्य ज्ञान
1. वायु गुहिकों की उपस्थिति किसका अनुकूलन है – जल पादक
2.अमीबता से क्या रोग होता है -आमतिसार
3.पारिस्थितिक तंत्र में नाइट्रोजन का परिसंचारण किसके द्वारा होता है -जीवाणु
३. आनासागर का निर्माण किसने करवाया था।- अरुणोराज2.अमीबता से क्या रोग होता है -आमतिसार
3.पारिस्थितिक तंत्र में नाइट्रोजन का परिसंचारण किसके द्वारा होता है -जीवाणु
4. बूंदी का किला किसने बनवाया था।- राजानगर सिंह
5. तुगलकाबाद का संस्थापक था।- ग्यासुदीन तुगलक
6. कोटा में जगमोहन महल का निर्माण किसने करवाया था।- राजकुमार ब्रजकुमार
7. धोलपुर में कानपुर महल किसने बनवाया था।- शाहजहां
8. किस शासक ने सर्वप्रथम लोक निर्माण विभाग की स्थापना की।- फिरोजशाह तुगलक
9. अजंता की गुफाओं का निर्माण किसने करवाया था।- गुप्त शासकों ने
10. दरगाह अजमेर शरीफ का निर्माण किसने करवाया था।- सुल्तान ग्यासुद्दीन
11. उदयपुर में सहेलियों की बाड़ी किसने बनवाई थी।- महाराणा फतह सिंह
12. बूंदी में छत्र महल का निर्माण किसने करवाया था।- रानी छत्रसाल
13. कलिंग पुरस्कार किस क्षेत्र के लिए दिया जाता है।- विज्ञान के क्षेत्र में
14. सरस्वती सम्मान किस क्षेत्र में योगदान के लिए दिया जाता है।- साहित्य
के क्षेत्र में
15. मैन ऑफ डेस्टिनी किसे कहा जाता है।- नेपोलियन बोनापार्ट
16. ग्रेंड मैन ऑफ ब्रिटेन किसे कहा जाता है।- ग्लेडस्टोन
17. कविगुरु कि नाम से किसे जाना जाता है।- रवींद्र नाथ ठाकुर
18. भारत का शेक्सपियर किसे कहा जाता है।- महाकवी कालिदास
19. गुजरात का जनक किसे कौन है।- रविशंकर महाराज
20. तोता ए हिंद के नाम से जाना जाता है।- अमीर खुसरो
21. एतमादूद्दौला का मकबरा किसने बनवाया।- नूरजहां
22. हैदराबाद में चार मीनार का निर्माण किसने करवाया।- कुली कुतुबशाह
23. अकबर का मकबरा किसने बनवाया।- जहांगीर
24. पूर्ण स्वाधीनता का प्रस्ताव किस अधिवेशन में दिया गया।- कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन
25. कांग्रेस नरम व गरम दल में कब विभाजित हुई।- 1907
26. आज़ाद हिंद सरकार की स्थापना किसने की।- सुभाष चंद्र बोस
27. वीमेन्स इंडिया एसोसिएशन की स्थापना किसने की।- लेडी सदाशिव अय्यर
28. किस एक्ट को काला कानून कहा है।- रौलेक्ट एक्ट
29. मुगल काल में कृषक कितने वर्गो में विभाजित थे।- तीन
30. शिवाजी ने कौनसे कर लगाए थे।- चौथ व सरदेशमुखी
31. पालखेड़ा का युद्ध किसके मध्य हुआ।- पेशवा बाजीराव प्रथम व निजामुलमुल्क के मध्य
32. किस संधी के बाद पेशवा के हाथ में सारे अधिकार सुरक्षित हो गए।- संगोला की संधि
33. दिल्ली पर हमला करने वाला प्रथम पेशवा कौन था।- बाजीराव प्रथम
34. रंगीला बादशाह किस शासक को कहा गया है - मुहम्मद शाह
35. फ्रांस के राष्ट्रपति कौन हैं।- फ्रांस्वा ओलांद
36. आहार-नाल में स्टार्च के पाचन में अंतिम उत्पाद क्या है - माल्टोस
37.निम्नलिखित में से कौन सी गैस उच्चतम ऊष्मीय मान रखती है - भाप-अंगार गैस
38. जंगरोधी इस्पात का निर्माण इस्पात का मिश्रात्वं किस से होता है - क्रोमियम और निकिल
39. निम्न में से कौन उर्जा प्रदान नहीं करता - विटामिन
40. मछलियों के यकृत-तेल में किसकी प्रचुरता होती है -विटामिन ए
41. न्याय दर्शन के संस्थापक कौन हैं।- महर्षि गौतम
42. भूदान आंदोलन के प्रवर्तक कौन थे।- बिनोवा भावे
43. आनंद वन की स्थापना किसने की थी।- बाबा आम्टे
44. हाल ही में न्यूजीलैंड की तरफ से टेस्ट क्रिकेट टीम में किस भारतीय मूल के खिलाड़ी को चुना गया है।- तरुण साई नेथुला
45. भारत सरकार ने दादा साहब फाल्के पुरस्कार कब शुरू किया।- 1969
46. स्काउटिंग की स्थापना किसने की।- वेडन पावेल
47. घापाल, फूंदी लोकनृत्य किस राज्य से संबंधित है।- राजस्थान
48. राउफ, हिकात, मंदजास, कूद दंडीनाच लोकनृत्य किस राज्य से संबंधित है।- जम्मू-कश्मीर
49. लाहो, बांग्ला लोकनृत्य का संबंध किस से राज्य है।- मेघालय
50. गुजरात एवं महाराष्ट्र दिवस कब मनाया जाता है।- एक मई
51. इंडियन सिक्योरिटी प्रेस कहां पर है।- नासिक रोड, पुणे
52. कोशिकीय एवं आण्विक जीव विज्ञान केंद्र कहां पर स्थित है।- हैदराबाद
53. भारत का सबसे बड़ा खेल मैदान कौनसा है।- युवा भारतीय स्टेडियम
54. एकसाथ सबसे ज्यादा खिलाड़ी किस खेल में खेलते हैं।- रग्बी
55. वाटर पोलो की एक टीम में कितने खिलाड़ी होते हैं।- सात
56. वॉलीबाल की टीम कितने खिलाड़ी होते हैं।- छ :
57. हीव, कैड्रल, डबल नेल्सन, डागफल किस खेल से संबंधित शब्द हैं।- कुश्ती
58. शतरंज विश्व कप कितने समय अंतराल से होता है।- दो साल बाद
59. पुट हॉल, निवालिक, कैडी, लिम्स, आयरन शब्द किस खेल से संबंधित है।- गोल्फ
60. बेसवॉल खेल में जो खिलाड़ी बॉल को बेटर के लिए फैंकता है उसे कहते हैं।- पिचर
भारत की राष्ट्रीय आय
1. भारत में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आया वाला राज्य है
►- गोवा ।
2. राज्य स्तरीय मानव विकास रिपोर्ट जारी करने वाला भारत का पहला राज्य है
►-मध्यप्रदेश (1995 ई.) ।
3. भारत में ऊर्जा के प्रमुख स्त्रोत हैं
►- कोयला, बिजली तथा पेट्रोलियम ।
4. भारत में ऊर्जा की खपत में कोयले की भागीदारी है
►- 67 प्रतिशत ।
5. भारत में सबसे अधिक 70 फीसदी बिजली उत्पादन होता है
►- ताप द्वारा ।
6. भारत में पेट्रोलियम घरेलू उत्पादन की मांग का पूर्ति करता है
►- करीब 33 प्रतिशत ।
7.भारत में सीमेंट उत्पादन में प्रथम स्थान है
►- राजस्थान का ।
8. भारत में घरेलू उपभोक्ता व्यय के संबंध में सर्वेक्षण करता है
►- राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (NSSO)
9. भारतीय पर्यटन विकास निगम की स्थापना की गई थी
►- 1966 ई. में ।
10. भारत की राष्ट्रीय आय में कृषि का योगदान है
►- करीब 22 प्रतिशत ।
11. भारत में राष्ट्रीय आय का अनुमान लगाता है
►- केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO) ।
12. भारत में सबसे अधिक व्यावसायिक शिक्षण संस्थान हैं
►- चेन्नई (तमिलनाडु) में ।
13. India geteway to the world (इंडिया गेटअवे टू द वर्ल्ड) प्रसिद्ध नारा है
►- BSNL का ।
14. किसी भी देश की आर्थिक विकास दर का सर्वश्रेष्ठ सूचक होती है
►- प्रति व्यक्ति आय ।
15. राष्ट्रीय आय की सामाजिक लेखांकन गणना विधि का विकास किया था
►- रिचर्ड स्टोन ने ।
16. भारत की राष्ट्रीय आय का मुख्य स्त्रोत क्या है
►- कृषि ।
17. राज्य सरकार के आय का मुख्य स्त्रोत है
►- बिक्री कर ।
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